बच्चों में किडनी की बीमारी के 5 चेतावनी संकेत, समय रहते इन लक्षणों को पहचानें और बचाएं उनके स्वास्थ्य को

किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है, जो शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने और खून को साफ करने में अहम भूमिका निभाता है। इसलिए, किडनी का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। लेकिन, आज के बदलते लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से, सिर्फ बड़ों में ही नहीं, बल्कि बच्चों में भी किडनी से जुड़ी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। माता-पिता के लिए यह बेहद जरूरी है कि वे बच्चों में किडनी की बीमारी के शुरुआती लक्षणों को पहचान सकें, ताकि समय रहते सही इलाज कराया जा सके। आइए जानते हैं बच्चों में किडनी की बीमारी के कुछ प्रमुख लक्षणों के बारे में।

1. चेहरे पर सूजन का दिखना

बच्चों के चेहरे पर खासतौर पर आंखों के आसपास सूजन का आना, किडनी की बीमारी का एक प्रारंभिक संकेत हो सकता है। यदि बच्चे के चेहरे पर अचानक सूजन दिखाई दे और यह लंबे समय तक बनी रहे, तो यह किडनी से जुड़ी समस्या का इशारा हो सकता है। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

2. टॉयलेट करने में परेशानी

यदि बच्चे को टॉयलेट करने में दिक्कत हो रही है, जैसे पेशाब करते समय जलन या दर्द महसूस होना, या फिर पेशाब के रंग में बदलाव आना, तो यह किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। अगर आपके बच्चे को टॉयलेट से जुड़ी कोई भी समस्या हो, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

3. बार-बार टॉयलेट आना

अक्सर बच्चों को बार-बार टॉयलेट आना किडनी से जुड़ी समस्याओं का लक्षण हो सकता है। हालांकि, ठंडे मौसम या ज्यादा पानी पीने से भी बच्चे अधिक बार टॉयलेट जाते हैं, लेकिन अगर यह समस्या लगातार बनी रहती है, तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से जांच करवाएं।

4. लगातार पेट दर्द होना

बच्चों में लगातार पेट दर्द की शिकायत भी किडनी की बीमारी का एक संभावित संकेत हो सकता है। यदि बच्चा अक्सर पेट दर्द की शिकायत करता है या खाने से कतराता है, तो यह किडनी से संबंधित समस्या का लक्षण हो सकता है। ऐसे मामलों में डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है।

5. थकान और सुस्ती महसूस करना

अगर बच्चा दिनभर थका-थका महसूस करता है, थोड़ी सी शारीरिक गतिविधि के बाद ही थक जाता है, या हमेशा सुस्त दिखाई देता है, तो यह किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है। बच्चों में लगातार थकान रहना और ऊर्जा की कमी किडनी की समस्या से जुड़ी हो सकती है।

निष्कर्ष

किडनी की बीमारी के लक्षण अक्सर धीरे-धीरे दिखाई देते हैं, लेकिन माता-पिता को इन पर तुरंत ध्यान देना चाहिए। समय रहते पहचान की गई समस्या का इलाज बेहतर तरीके से किया जा सकता है। यदि आपके बच्चे में उपरोक्त कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो इसे नजरअंदाज करने की बजाय तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। बच्चों की सेहत के प्रति सजग रहें और उनकी किडनी की सुरक्षा के लिए समय पर कदम उठाएं।

बच्चों की किडनी से जुड़ी बीमारियों की पहचान और इलाज में देरी नहीं होनी चाहिए। इसलिए, इन चेतावनी संकेतों को नजरअंदाज न करें और बच्चे की सेहत को सुरक्षित रखें।