डेंगू वायरस से अब तक निपटने के लिए कोई प्रभावी वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी, जिससे यह वायरस भारत समेत दुनिया भर में लगातार एक बड़ी चिंता का कारण बना रहा है। लेकिन अब यह स्थिति बदलने वाली है। भारत ने डेंगू वायरस के इलाज के लिए एक प्रभावी वैक्सीन विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ा लिया है। यह वैक्सीन अपने फेज-1 और फेज-2 ट्रायल्स सफलतापूर्वक पार कर चुकी है, और अब देशभर में इसका फेज-3 ट्रायल शुरू हो गया है।
18 राज्यों में शुरू हुआ डेंगू वैक्सीन का फेज-3 ट्रायल
डेंगू वैक्सीन का फेज-3 ट्रायल देश के 18 राज्यों के 19 सेंटरों में चल रहा है, जिसमें दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल को भी शामिल किया गया है। RML अस्पताल के डायरेक्टर और कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट की प्रमुख, डॉ. नीलम रॉय के अनुसार, इस ट्रायल में 70% प्रतिभागी 18-45 वर्ष की आयु के हैं, जबकि 30% लोग 45 साल से अधिक उम्र के हैं। इस वैक्सीन ने पहले के दोनों फेज़ में सकारात्मक परिणाम दिए हैं, जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसके तीसरे फेज़ के ट्रायल की अनुमति दी है।
डेंगू वैक्सीन की आवश्यकता क्यों है?
डेंगू वायरस चार प्रमुख स्ट्रेन—डेन-1, डेन-2, डेन-3, और डेन-4—के माध्यम से फैलता है। अब तक, दुनियाभर में इन चारों स्ट्रेन्स के खिलाफ कोई प्रभावी एंटीवायरल दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी। जबकि एंटीवायरल दवाएं संक्रमण के बाद दी जाती हैं, वैक्सीन संक्रमण से पहले सुरक्षा प्रदान करती है। इसी कारण डेंगू के खिलाफ एक मजबूत वैक्सीन विकसित करना बेहद आवश्यक है। वैक्सीन डेंगू के संक्रमण को रोकने में मदद करेगी, जिससे हर साल इस जानलेवा बीमारी से प्रभावित लाखों लोगों की जान बचाई जा सकेगी।
कब तक मिलेगी डेंगू वैक्सीन?
डेंगू वैक्सीन का पहला और दूसरा फेज़ 2018-19 में सफलतापूर्वक पूरा हो गया था। अब तीसरे फेज़ के ट्रायल के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने पैनेसिया बायोटेक के साथ साझेदारी की है। तीसरे फेज़ के सफलतापूर्वक पूरा होने और सकारात्मक परिणामों के आधार पर वैक्सीन को अंतिम मंजूरी दी जाएगी। हालांकि, इस प्रक्रिया में कम से कम 2 साल लग सकते हैं, लेकिन वैक्सीन के आने के बाद डेंगू के संक्रमण को रोकने में एक बड़ी सफलता मिलेगी।
निष्कर्ष
डेंगू से हर साल लाखों लोग प्रभावित होते हैं और इस वैक्सीन के आ जाने से इस बीमारी को नियंत्रित करने में बड़ा बदलाव आ सकता है। डेंगू वैक्सीन का ट्रायल भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इसके सफल होते ही डेंगू को रोकने की दिशा में एक नया अध्याय लिखा जाएगा।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल जागरूकता फैलाना है। किसी भी उपचार या दवा को शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।