कैंसर का नाम सुनते ही दिल की धड़कनें तेज हो जाती हैं। यह एक जानलेवा बीमारी है, जिससे हर साल करोड़ों लोग अपनी जान गंवाते हैं। कैंसर के कई प्रकार होते हैं, जिनमें से एक प्रमुख प्रकार है ब्लड कैंसर। इसे मेडिकल भाषा में हेमेटोलॉजिक कैंसर भी कहा जाता है। अगर ब्लड कैंसर के शुरुआती लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो इस खतरनाक बीमारी से बचाव संभव हो सकता है।
ब्लड कैंसर के शुरुआती लक्षण
- लगातार थकान महसूस होना
अगर आपको पर्याप्त नींद के बावजूद लगातार थकान महसूस हो रही है, तो यह ब्लड कैंसर का संकेत हो सकता है। यह शुरुआती लक्षणों में से एक है जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। - संक्रमण में वृद्धि
ब्लड कैंसर हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देता है, जिससे शरीर संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है। सर्दी-जुकाम या अन्य संक्रमण बार-बार होना इसके लक्षण हो सकते हैं। - आसानी से चोट लगना या खून बहना
यदि आपके शरीर पर बिना किसी गंभीर चोट के आसानी से घाव या खून बहना शुरू हो जाता है, नाक या मसूड़ों से खून आने लगता है, तो यह प्लेटलेट्स की कमी के कारण हो सकता है, जो ब्लड कैंसर का संकेत हो सकता है। - बढ़े हुए लिम्फ नोड्स
अगर आपकी गर्दन, कमर, या बगल में सूजन दिखाई देती है, तो यह लिम्फोमा का लक्षण हो सकता है, जो ब्लड कैंसर के प्रकारों में से एक है। इसे अनदेखा न करें और डॉक्टर से सलाह लें। - बिना कारण बुखार और रात को पसीना आना
बिना किसी स्पष्ट कारण के बुखार आना और रात के समय पसीना आना भी ब्लड कैंसर के प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं। यदि आपको यह समस्या लगातार हो रही है, तो तुरंत चेकअप करवाएं।
ब्लड कैंसर से बचाव कैसे करें?
अगर आपको उपरोक्त लक्षणों में से कोई भी दिखाई देता है, तो इसे हल्के में न लें। जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें और ब्लड टेस्ट कराएं। सही समय पर निदान और इलाज से ब्लड कैंसर का सफल उपचार संभव है।
निष्कर्ष: ब्लड कैंसर के लक्षणों को पहचानना बेहद जरूरी है, क्योंकि इसका इलाज जितनी जल्दी शुरू होगा, रोगी के बचने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहें और किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करें।