अल्जाइमर: क्या यह बीमारी एक व्यक्ति से दूसरे में फैल सकती है? जानें नई रिसर्च के बारे में
अल्जाइमर रोग, जिसे हम अक्सर एक जटिल और भयानक समस्या मानते हैं, अब एक नए पहलू के साथ सामने आया है। हाल ही में हुए अध्ययन ने यह दर्शाया है कि यह बीमारी केवल जेनेटिक और पर्यावरणीय कारणों से नहीं, बल्कि एक व्यक्ति से दूसरे में भी फैल सकती है। यह जानकारी हमें एक नई दिशा में सोचने पर मजबूर करती है, जिससे हम अल्जाइमर के प्रति अपने दृष्टिकोण को पुनर्विचार कर सकें।
अल्जाइमर और इसका संचरण: एक नई खोज
वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक अध्ययन में पाया कि अल्जाइमर रोग का संचरण जीवित व्यक्तियों में संभव है। नेचर मेडिसिन में प्रकाशित इस रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया गया है कि कुछ व्यक्तियों में ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन (एचजीएच) के कारण अल्जाइमर रोग विकसित हो सकता है। यह हार्मोन आमतौर पर कैडेवर डिराइव्ड होता है, और जिन व्यक्तियों में यह हार्मोन बिगड़ता है, उनमें इस रोग का खतरा बढ़ जाता है।
इस अध्ययन में शामिल लोगों में से पांच ने अपने बचपन में इस हार्मोन के उपचार का सेवन किया था और उनमें न्यूरोलॉजिकल लक्षण बेहद कम उम्र में विकसित हुए। ये लक्षण 38 से 55 वर्ष की आयु के बीच प्रकट हुए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अल्जाइमर का खतरा केवल उम्र के बढ़ने पर ही नहीं होता, बल्कि अन्य कारकों से भी प्रभावित हो सकता है।
क्या अल्जाइमर रोजमर्रा की गतिविधियों से फैलता है?
प्रोफेसर जॉन कोलिंग, जो इस अध्ययन के प्रमुख लेखक हैं, ने कहा है कि इस रिपोर्ट में कहीं भी यह सुझाव नहीं दिया गया है कि अल्जाइमर रोग दैनिक जीवन की गतिविधियों या नियमित मेडिकल चेकअप के दौरान व्यक्तियों के बीच फैल सकता है। यह जानकारी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें रोग के संचरण के बारे में सही दृष्टिकोण देती है।
अल्जाइमर के बढ़ते मामले: एक गंभीर चिंता
वर्तमान में, अमेरिका में लगभग 5.8 मिलियन लोग अल्जाइमर रोग से ग्रसित हैं, और यह संख्या हर साल बढ़ती जा रही है। 65 वर्ष की आयु के बाद हर 5 वर्षों में इस रोग के मामलों की संख्या दोगुनी हो जाती है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि 2060 तक, यह संख्या 14 मिलियन तक पहुँच सकती है। अल्जाइमर के लक्षण आमतौर पर 60 वर्ष की उम्र के बाद प्रकट होते हैं, लेकिन हाल के शोध बताते हैं कि युवा लोगों में भी इसका खतरा बढ़ता जा रहा है।
कैसे करें बचाव: स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं
हालांकि अल्जाइमर का सही कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन कुछ उपाय इस बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं। एक स्वस्थ जीवनशैली, जिसमें पौष्टिक आहार, पर्याप्त शारीरिक गतिविधि, और सीमित शराब का सेवन शामिल है, इस रोग से बचाव में सहायक हो सकता है।
निष्कर्ष: जागरूकता और अनुसंधान की आवश्यकता
इस नए शोध ने अल्जाइमर रोग के अध्ययन में एक महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की है। हमें यह समझना होगा कि यह बीमारी केवल जेनेटिक या पर्यावरणीय कारणों से नहीं, बल्कि अब वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार यह एक व्यक्ति से दूसरे में भी फैल सकती है।
इसलिए, अल्जाइमर के प्रति जागरूक रहना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि समाज में भी आवश्यक है। अधिक शोध की आवश्यकता है ताकि हम इस गंभीर समस्या का सही समाधान ढूंढ सकें।
यह लेख आपको अल्जाइमर रोग के बारे में जागरूक करने के लिए लिखा गया है। यदि आप या आपका कोई प्रिय व्यक्ति इस रोग से प्रभावित है, तो विशेषज्ञ से सलाह लेना न भूलें।