दिल्ली में गाड़ी चलाते हैं तो हो जाएं सावधान! प्रदूषण रोकने के लिए सरकार का बड़ा एक्शन प्लान, आपकी गाड़ी पर होगा ये असर

नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली और कई टियर-1 शहरों में हवा की बिगड़ती गुणवत्ता (AQI) एक गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। इस समस्या से निपटने के लिए सरकार लगातार नए और कड़े कदम उठा रही है, जिनका सीधा असर ऑटोमोबाइल सेक्टर पर पड़ रहा है, जिसे प्रदूषण के मुख्य स्रोतों में से एक माना जाता है। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए एक और नई नीति का प्रस्ताव रखा है, जो आपकी गाड़ी चलाने के अनुभव को बदल सकती है। आइए जानते हैं क्या हैं ये नए नियम।
बदल रहे हैं ऑटोमोबाइल नियम, आपकी जेब और गाड़ी पर पड़ेगा असर
दिल्ली में गाड़ी चलाने वाले लोग पहले से ही बदलते ऑटोमोबाइल नियमों से जूझ रहे हैं। पुराने भारत स्टैंडर्ड (BS) वाहनों पर पहले ही राजधानी में रोक लग चुकी है। अब एक और बड़ा फैसला लिया गया है:
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BS6 ही चलेगा: केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को सूचित किया है कि 1 नवंबर, 2025 से दिल्ली में केवल BS6 मानक वाले वाहन, CNG और इलेक्ट्रिक वाहन (हल्के, मध्यम और भारी सभी श्रेणियों में) ही प्रवेश कर सकेंगे।
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एयर पॉल्यूशन मिटिगेशन प्लान 2025: यह फैसला दिल्ली के ‘एयर पॉल्यूशन मिटिगेशन प्लान 2025’ का हिस्सा है, जिसका लक्ष्य वायु गुणवत्ता में सुधार करना और वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को सख्ती से नियंत्रित करना है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है!
कैसे काम करेगी नई व्यवस्था? ANPR कैमरों से होगी निगरानी
इस बड़े बदलाव को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए शहर के सभी एंट्री पॉइंट्स पर ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) कैमरे लगाए जाएंगे।
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गाड़ी की उम्र का पता चलेगा: यह हाई-टेक सिस्टम आपकी गाड़ी की नंबर प्लेट को स्कैन करके उसकी उम्र का पता लगाएगा।
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तुरंत रोक दिए जाएंगे पुराने वाहन: यदि कोई वाहन निर्धारित उम्र सीमा से अधिक पुराना पाया जाता है, तो उसे शहर में प्रवेश करने से तुरंत रोक दिया जाएगा।
तो, अगर आप दिल्ली में रहते हैं या वहां जाने की योजना बना रहे हैं, तो इन नए नियमों को जान लें और अपने करीबियों को भी इसकी जानकारी दें।
पेट्रोल पंपों पर भी ANPR कैमरे, पुरानी गाड़ियों को नहीं मिलेगा ईंधन!
सरकार का एक्शन प्लान यहीं खत्म नहीं होता। ANPR कैमरे सिर्फ एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर ही नहीं, बल्कि पेट्रोल पंपों पर भी लगाए जाएंगे।
शहर में पहले ही पुराने ICE (पेट्रोल/डीजल) वाहनों के संचालन को प्रतिबंधित करने की बात कही जा चुकी है। अब नई रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे पुराने वाहनों को पेट्रोल पंपों पर ईंधन भी नहीं दिया जाएगा।
प्रदूषण से जंग: कृत्रिम बारिश और स्मॉग स्प्रेयर भी आएंगे काम
वाहन उत्सर्जन पर सख्ती के अलावा, दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने के लिए अन्य वैज्ञानिक तरीकों पर भी काम कर रही है:
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कृत्रिम वर्षा (क्लाउड सीडिंग): राष्ट्रीय राजधानी जल्द ही IIT कानपुर के सहयोग से विकसित क्लाउड सीडिंग तकनीकों की मदद से अपनी पहली कृत्रिम वर्षा का अनुभव कर सकती है।
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स्मॉग स्प्रेयर: प्रदूषण हॉटस्पॉट के रूप में पहचाने गए क्षेत्रों में धूल के कणों को नियंत्रित करने के लिए धुंध स्प्रेयर (स्मॉग स्प्रेयर) लगाने की भी योजना है।
ये सभी कदम दिल्ली की जहरीली हवा को साफ करने और नागरिकों को बेहतर जीवन देने के सरकारी प्रयासों का हिस्सा हैं। वाहन मालिकों के लिए यह जरूरी है कि वे इन बदलावों के प्रति जागरूक रहें और नियमों का पालन करें।