बढ़ते साइबर अपराध का आंकड़ा
टेलीकॉम कंपनियों के सहयोग से हर दिन लगभग 45 लाख कॉल को विफल किया जाता है। यह दर्शाता है कि सरकार और संबंधित विभाग इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं। फिर भी, यह समस्या इतनी व्यापक है कि इसके खिलाफ ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
केंद्रित व्यवस्था का निर्माण
अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही एक केंद्रीकृत व्यवस्था लागू की जाएगी, जो विदेश से आने वाली साइबर अपराध से संबंधित कॉल को पूरी तरह से विफल कर देगी। इस व्यवस्था के माध्यम से न केवल कॉल को रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि लोगों को ठगी के शिकार होने से भी बचाया जा सकेगा।
खुद को कैसे बचाएं?
इस समस्या से बचने के लिए कुछ उपाय किए जा सकते हैं:
- अज्ञात नंबर से कॉल का जवाब न दें: यदि कोई कॉल अज्ञात नंबर से आ रही है, तो उसे नजरअंदाज करना सबसे अच्छा है।
- व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: किसी भी अज्ञात कॉलर के साथ अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे बैंक डिटेल्स या पैन नंबर, साझा न करें।
- ब्लॉक करें: अगर आपको बार-बार एक ही नंबर से कॉल आ रही है, तो उसे ब्लॉक करें।
- शिकायत दर्ज करें: अगर आप साइबर ठगी का शिकार होते हैं, तो तुरंत संबंधित विभाग में शिकायत दर्ज करें।
निष्कर्ष
साइबर ठगी से सुरक्षा एक सामूहिक जिम्मेदारी है। सरकार और टेलीकॉम कंपनियों के प्रयासों के बावजूद, हमें भी सतर्क रहना होगा। इस नए केंद्रीकृत व्यवस्था के लागू होने के बाद, हमें उम्मीद है कि विदेश से होने वाली साइबर अपराध कॉलों की संख्या में कमी आएगी। इस मामले में जागरूकता और सावधानी ही हमारी सबसे बड़ी सुरक्षा है।
सुरक्षित रहें, सतर्क रहें, और साइबर ठगों से बचें!