पुरुषों में मोटापे के खतरनाक प्रभाव जानें कौन सी 5 बीमारियां कर सकती हैं प्रभावित
मोटापा आजकल एक गंभीर समस्या बन चुकी है। जहाँ महिलाओं में मोटापा देखने को मिलता है, वहीं पुरुषों की भी बड़ी संख्या इस समस्या से जूझ रही है। खासकर पेट के बढ़ने के कारण पुरुषों में कई घातक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल मोटापे से संबंधित बीमारियों के कारण 2.8 मिलियन लोगों की मौत होती है। भारतीय पुरुषों में लगभग 26 मिलियन लोग मोटापे और इससे होने वाली जटिलताओं का सामना कर रहे हैं। आइए जानते हैं, पुरुषों में मोटापे से कौन सी 5 बीमारियां होने की संभावना ज्यादा रहती है।
1. मधुमेह (Diabetes)
मोटापे से सबसे अधिक प्रभावित होने वाली बीमारियों में मधुमेह प्रमुख है। भारत में मोटे पेट वाले लगभग 27 प्रतिशत पुरुष डायबिटीज के खतरे में होते हैं। शरीर में अतिरिक्त चर्बी के कारण इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ता है, जिससे शरीर में शुगर का स्तर भी अनियंत्रित हो जाता है। हालांकि, सही समय पर वजन को नियंत्रित करके शुगर को काबू किया जा सकता है।
2. दिल की बीमारी (Heart Diseases)
आज के समय में दिल की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। पुरुषों में मोटापे के कारण हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर समस्याएं देखने को मिलती हैं। 40 से अधिक BMI वाले पुरुषों में दिल की बीमारी का खतरा अधिक होता है। दिल की बीमारी से बचने के लिए वजन को नियंत्रण में रखना बेहद जरूरी है।
3. प्रोस्टेट का बढ़ना (Benign Prostatic Hyperplasia – BPH)
40 साल की उम्र के बाद पुरुषों में प्रोस्टेट का बढ़ना एक सामान्य समस्या है, जिसे सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया या BPH कहा जाता है। 51 से 60 साल के पुरुषों में इस समस्या का खतरा 50% होता है, जबकि 80 साल से अधिक उम्र के 90% पुरुष इस समस्या का सामना करते हैं। मोटापा इस समस्या को और बढ़ा सकता है, जिससे प्रोस्टेट संबंधी समस्याओं का खतरा दोगुना हो जाता है।
4. उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)
मोटापे के कारण पुरुषों में उच्च रक्तचाप की समस्या भी आम हो गई है। पेट के बढ़ने से दिल पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे हाइपरटेंशन का खतरा बढ़ जाता है। लंबे समय तक हाई ब्लड प्रेशर बना रहने से हृदयाघात और स्ट्रोक जैसी घातक समस्याएं हो सकती हैं।
5. हड्डियों की बीमारी (Osteoarthritis)
मोटापे से पुरुषों में हड्डियों की समस्याएं भी बढ़ने लगती हैं। खासकर घुटनों, कूल्हों और पीठ में दर्द जैसे लक्षण ऑस्टिओआर्थरिटिस के संकेत हो सकते हैं। वजन बढ़ने से हड्डियों और जोड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है, जिससे इनका धीरे-धीरे क्षरण होता है और हड्डियों की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
निष्कर्ष
पुरुषों में मोटापा केवल बाहरी रूप से ही समस्या नहीं है, बल्कि इससे कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। मधुमेह, दिल की बीमारी, प्रोस्टेट का बढ़ना, उच्च रक्तचाप और ऑस्टिओआर्थरिटिस जैसी बीमारियां मोटापे की देन हैं। इसीलिए समय रहते वजन को नियंत्रित करने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, जिसमें नियमित व्यायाम और संतुलित आहार का प्रमुख स्थान हो।