मंगोलियन स्पॉट- नवजात शिशुओं में दिखने वाला नीला दाग – जानें लक्षण, कारण और इलाज
नवजात शिशुओं के शरीर में अक्सर कुछ बदलाव या निशान दिखते हैं, जो नए माता-पिता को चिंता में डाल सकते हैं। इन्हीं में से एक आम समस्या है मंगोलियन स्पॉट। यह एक खास तरह का नीला-काला या ग्रे निशान होता है, जो शिशुओं के जन्म के समय देखा जाता है। यह स्पॉट दिखने में भले ही असामान्य लग सकता है, लेकिन यह शिशु के स्वास्थ्य के लिए कोई हानिकारक स्थिति नहीं होती। आइए जानते हैं मंगोलियन स्पॉट के बारे में विस्तार से, ताकि माता-पिता इसके लक्षणों को पहचान सकें और सही समय पर उचित कदम उठा सकें।
मंगोलियन स्पॉट क्या है?
मंगोलियन स्पॉट, जिसे मेडिकल भाषा में डर्मल मेलेनोसाइटस भी कहा जाता है, एक त्वचा से जुड़ी समस्या है। यह तब होता है जब त्वचा में मेलेनोसाइटस (पिगमेंट बनाने वाली कोशिकाएं) अत्यधिक मात्रा में जमा हो जाती हैं, जिससे नीले-काले या ग्रे रंग के धब्बे नजर आते हैं। यह नवजात शिशुओं में सामान्य रूप से देखने को मिलता है, खासकर एशियाई और मंगोलियाई बच्चों में। इसे ‘ब्लू बट’ भी कहा जाता है, क्योंकि यह अधिकतर शिशु की हिप्स के आसपास दिखाई देता है।
मंगोलियन स्पॉट के लक्षण कैसे पहचानें?
मंगोलियन स्पॉट दिखने में नीले-काले या ग्रे रंग के फ्लैट धब्बे होते हैं।
- यह जन्म के समय से ही शिशु की त्वचा पर नजर आता है।
- ज्यादातर यह शिशु की पीठ, कंधे, हाथ और हिप्स पर पाया जाता है।
- यह निशान शिशु को कोई दर्द नहीं देता है और छूने पर भी यह सामान्य ही महसूस होता है।
- 99% मामलों में ये धब्बे फ्लैट होते हैं और इनमें कोई उभार नहीं होता।
- यह दाग समय के साथ खुद ही हल्का होता जाता है, लेकिन कुछ मामलों में ये गहरे भी हो सकते हैं।
मंगोलियन स्पॉट के कारण
मंगोलियन स्पॉट का मुख्य कारण है त्वचा में मेलेनोसाइटस का असमान रूप से जमा होना। मेलेनोसाइटस वह तत्व है जो हमारी त्वचा को रंग देता है। जिन बच्चों में यह तत्व अधिक होता है, उनकी त्वचा का रंग डार्क होता है, जबकि कम मेलेनोसाइटस वाले शिशुओं की त्वचा हल्की होती है। मंगोलियन स्पॉट उन्हीं शिशुओं में दिखाई देते हैं, जिनके मेलेनोसाइटस जन्म के समय से ही कुछ खास जगहों पर अधिक मात्रा में होते हैं।
मंगोलियन स्पॉट का इलाज
सबसे अच्छी बात यह है कि मंगोलियन स्पॉट का कोई इलाज आवश्यक नहीं होता। यह निशान समय के साथ अपने आप ही हल्का हो जाता है और आमतौर पर शिशु के बड़े होते-होते गायब हो जाता है। हालांकि, अगर यह स्पॉट असामान्य रूप से गहरे हो जाएं या इनमें कुछ और समस्याएं दिखाई दें, तो आपको तुरंत किसी शिशुरोग विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए।
क्या मंगोलियन स्पॉट से चिंता की जरूरत है?
मंगोलियन स्पॉट शिशु के स्वास्थ्य के लिए कोई खतरा नहीं है। यह सिर्फ त्वचा पर एक निशान है जो समय के साथ गायब हो जाता है। इसलिए माता-पिता को घबराने की जरूरत नहीं होती है। हालांकि, यदि आपको कोई असामान्य लक्षण दिखें, जैसे धब्बे का आकार बढ़ना या उसमें कोई बदलाव होना, तो डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है।
नतीजा:
मंगोलियन स्पॉट एक सामान्य और हानिरहित त्वचा की स्थिति है, जो नवजात शिशुओं में आमतौर पर दिखाई देती है। यह कोई गंभीर समस्या नहीं है और इसके लिए कोई खास इलाज की आवश्यकता भी नहीं होती है। समय के साथ यह दाग अपने आप गायब हो जाते हैं, जिससे शिशु के स्वास्थ्य पर कोई असर नहीं पड़ता।
तो अगर आपके बच्चे में मंगोलियन स्पॉट है, तो चिंता की जरूरत नहीं है। आप इस जानकारी को अपने डॉक्टर के साथ साझा कर सकते हैं और शिशु की बढ़ती उम्र के साथ इन निशानों के हल्के होने की प्रतीक्षा कर सकते हैं।