नॉर्डिक वॉकिंग:,एक घंटे में 400 कैलोरी बर्न करें और फिटनेस को नए लेवल पर ले जाएं

आजकल फिट और हेल्दी रहना एक प्राथमिकता बन चुका है, और इसके लिए फिजिकली एक्टिव रहना बेहद जरूरी है। कई लोग फिटनेस बनाए रखने के लिए वॉकिंग को अपने रूटीन का हिस्सा बनाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सामान्य वॉकिंग के अलावा, एक ऐसी वॉकिंग तकनीक भी है जो आपकी कैलोरी बर्न करने की क्षमता को दोगुना कर सकती है? जी हां, हम बात कर रहे हैं नॉर्डिक वॉकिंग की। यह एक खास प्रकार की वॉकिंग है जो न केवल आपके पैर बल्कि पूरे शरीर को एक्टिव करती है, और इसे करना भी बेहद आसान है।

क्या है नॉर्डिक वॉकिंग?

नॉर्डिक वॉकिंग एक फुल-बॉडी एक्सरसाइज है, जिसमें आपके हाथ, पैर और कोर मसल्स पूरी तरह से काम करते हैं। इस वॉक को करने के लिए विशेष प्रकार के डंडों (पोल्स) का इस्तेमाल किया जाता है, जो आपको चलने में मदद करते हैं। नॉर्डिक वॉकिंग सामान्य वॉकिंग से कई गुना बेहतर है क्योंकि यह आपके शरीर की अधिक मांसपेशियों को एक्टिव करता है और कम समय में ज्यादा कैलोरी बर्न करने में मदद करता है।

नॉर्डिक वॉकिंग के फायदे:

  1. फुल बॉडी एक्सरसाइज: नॉर्डिक वॉकिंग करते वक्त आपका पूरा शरीर एक्टिव होता है। पैरों से लेकर हाथों तक, हर मांसपेशी इस वॉक में हिस्सा लेती है।
  2. ज्यादा कैलोरी बर्न: सामान्य वॉक की तुलना में, नॉर्डिक वॉकिंग करते समय आप 40-50% ज्यादा कैलोरी बर्न कर सकते हैं। एक घंटे में आप 400 से ज्यादा कैलोरी जला सकते हैं, जबकि सामान्य वॉकिंग से लगभग 280 कैलोरी बर्न होती है।
  3. बेहतर कार्डियोवस्कुलर हेल्थ: इस वॉकिंग तकनीक से न केवल आपकी मांसपेशियां बल्कि आपका हार्ट भी मजबूत होता है। यह आपके दिल की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करती है।
  4. कोर मसल्स का सुदृढ़ीकरण: नॉर्डिक वॉकिंग के दौरान, आपकी कोर मसल्स मजबूत होती हैं, जिससे आपकी बॉडी पॉश्चर भी सुधरती है।
  5. जोड़ों पर कम दबाव: यह वॉकिंग तकनीक उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जो जोड़ों के दर्द या आर्थराइटिस जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, क्योंकि डंडों के इस्तेमाल से पैरों और घुटनों पर दबाव कम हो जाता है।

नॉर्डिक वॉकिंग कैसे करें?

नॉर्डिक वॉकिंग करने से पहले सही तकनीक सीखना जरूरी है। इसे करने का तरीका इस प्रकार है:

  1. सही पोल्स का चयन: नॉर्डिक वॉकिंग के लिए सही डंडों का चयन महत्वपूर्ण है। डंडे पकड़ने के बाद आपकी कोहनी का 90 डिग्री का कोण बनना चाहिए। यह सही पोल्स चुनने का संकेत है।
  2. चलने की तकनीक: जब आप नॉर्डिक वॉकिंग करते हैं, तो बाएं पैर को आगे बढ़ाने के साथ ही दायां डंडा जमीन पर रखें। डंडों को हल्के हाथों से पकड़ें और उनकी मदद से आगे बढ़ते जाएं।
  3. समन्वय बनाएं: इस वॉकिंग में, शरीर के निचले और ऊपरी हिस्सों के बीच सही समन्वय बनाना जरूरी है। जब आप डंडों का सही इस्तेमाल सीख जाएंगे, तो यह वॉकिंग आपको आसान लगने लगेगी।

क्या नॉर्डिक वॉकिंग करना मुश्किल है?

नहीं, नॉर्डिक वॉकिंग करना बहुत ही आसान है। अगर आप सामान्य चल सकते हैं, तो थोड़े से अभ्यास के बाद आप नॉर्डिक वॉकिंग भी आसानी से कर सकते हैं। यह वॉकिंग तकनीक न केवल आपके पैरों बल्कि पूरे शरीर की मांसपेशियों को सक्रिय करने में मदद करती है, जिससे आप ज्यादा कैलोरी बर्न कर सकते हैं और अपनी फिटनेस को अगले स्तर पर ले जा सकते हैं।

नॉर्डिक वॉकिंग, कम समय में ज्यादा लाभ

अगर आपके पास समय कम है और आप चाहते हैं कि कम वक्त में ज्यादा कैलोरी बर्न हो, तो नॉर्डिक वॉकिंग आपके लिए बेहतरीन विकल्प है। यह वॉकिंग न केवल आपके वजन घटाने में मदद करती है, बल्कि आपकी शारीरिक फिटनेस को भी बेहतर बनाती है। एक घंटे की नॉर्डिक वॉकिंग के दौरान आप 400 से ज्यादा कैलोरी बर्न कर सकते हैं, जो सामान्य वॉकिंग की तुलना में काफी अधिक है।

निष्कर्ष

नॉर्डिक वॉकिंग एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो आपके शरीर की पूरी मांसपेशियों को एक्टिव करती है और आपको फिट और स्वस्थ रखती है। अगर आप फिटनेस रूटीन में कुछ नया और प्रभावी जोड़ना चाहते हैं, तो नॉर्डिक वॉकिंग को जरूर आजमाएं।

कम समय में ज्यादा कैलोरी बर्न करना और अपनी फिटनेस को नए स्तर पर ले जाना चाहते हैं, तो नॉर्डिक वॉकिंग आपके लिए परफेक्ट है!