सिर्फ ₹21,000 में शुरू करें अपना इलेक्ट्रिक वाहन बिजनेस, हर महीने कमाएं ₹50,000!

भारत के शहर बढ़ते प्रदूषण की समस्या से जूझ रहे हैं. धूल और धुएं के बीच, इलेक्ट्रिक वाहन (EV) एक ताज़ी हवा के झोंके की तरह आए हैं. खासकर लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट के क्षेत्र में, ये न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर हैं, बल्कि बिजनेस मालिकों के लिए भी एक फायदेमंद सौदा साबित हो रहे हैं. लेकिन, महंगी कीमत और चार्जिंग स्टेशनों की कमी के कारण कई लोग इन्हें अपनाने से हिचकिचाते हैं.
इसी समस्या का एक शानदार समाधान लेकर आया है ‘ईवी लीजिंग’ का कॉन्सेप्ट, और इसमें अल्ट मोबिलिटी (Alt Mobility) नाम की कंपनी क्रांति ला रही है.
क्यों कमर्शियल वाहनों पर है अल्ट मोबिलिटी का फोकस?
2022 में शुरू हुई अल्ट मोबिलिटी ने बहुत जल्दी यह समझ लिया कि अगर प्रदूषण पर सच में काबू पाना है, तो ध्यान पर्सनल कारों से हटाकर कमर्शियल वाहनों पर लाना होगा. ट्रक, टेम्पो और डिलीवरी वैन जैसे कमर्शियल वाहन दिन भर में सैकड़ों किलोमीटर चलते हैं, जिससे वे कुल प्रदूषण का एक बड़ा हिस्सा पैदा करते हैं. इसलिए, इन वाहनों को इलेक्ट्रिक बनाना सबसे ज़रूरी कदम है.
आपका बिजनेस, आसान शर्तों पर: अल्ट मोबिलिटी का शानदार ऑफर
अल्ट मोबिलिटी ने ड्राइवरों और छोटे बिजनेस मालिकों के लिए एक ऐसा मॉडल तैयार किया है, जिससे वे बिना किसी बड़े निवेश के इलेक्ट्रिक वाहन के मालिक बन सकते हैं और अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं.
लीजिंग का प्लान इस प्रकार है:
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डाउनपेमेंट: मात्र ₹21,000
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साप्ताहिक किराया: ₹4,500
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लीज की अवधि: 3 साल
सबसे अच्छी बात यह है कि ₹4,500 के साप्ताहिक किराए में ही वाहन की रेगुलर सर्विसिंग, हेल्थ चेक-अप और इंश्योरेंस जैसे सभी बड़े खर्चे शामिल हैं. इसका मतलब है कि आपको मेंटेनेंस की कोई चिंता नहीं करनी.
कमाई का गणित: कैसे ड्राइवर कमा रहे हैं ₹40,000 – ₹50,000 महीना
यह मॉडल ड्राइवरों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो रहा है. एक इलेक्ट्रिक 3-व्हीलर ड्राइवर आसानी से प्रतिदिन ₹1500 से ₹2000 तक कमा सकता है. वहीं, डीजल या पेट्रोल के मुकाबले इसका खर्च ना के बराबर है. एक इलेक्ट्रिक वाहन को फुल चार्ज करने का खर्च मुश्किल से ₹50 से ₹60 आता है.
अल्ट मोबिलिटी से जुड़े सैकड़ों ड्राइवरों ने अपने वाहनों को प्रमुख ई-कॉमर्स और लॉजिस्टिक्स कंपनियों के साथ जोड़कर अपनी कमाई में भारी उछाल देखा है. वे औसतन ₹40,000 से ₹50,000 प्रति माह कमा रहे हैं, जो पारंपरिक वाहनों से होने वाली कमाई से कहीं ज़्यादा है.
भारत में तेजी से बढ़ रहा ईवी का बाजार
यह ट्रेंड सिर्फ कुछ लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे भारत में फैल रहा है.
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वाहन डैशबोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, 2024 में भारत में 20 लाख से ज़्यादा इलेक्ट्रिक वाहन बिके, जो 2023 की तुलना में 25.4% की शानदार ग्रोथ है.
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नीति आयोग का अनुमान है कि 2030 तक भारत की सड़कों पर 40% वाहन इलेक्ट्रिक होंगे.
फिलहाल, कम कीमत के कारण इलेक्ट्रिक दोपहिया और तिपहिया वाहन सबसे ज़्यादा लोकप्रिय हैं, लेकिन अल्ट मोबिलिटी जैसे मॉडल्स के कारण अब कमर्शियल सेगमेंट में भी क्रांति आ रही है.
अल्ट मोबिलिटी का लीजिंग मॉडल उन लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर है जो कम निवेश में अपना काम शुरू करना चाहते हैं. यह न केवल ड्राइवरों की कमाई बढ़ाता है और उनके खर्चों को कम करता है, बल्कि शहरों को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाने में भी एक महत्वपूर्ण योगदान देता है. अगर आप भी लॉजिस्टिक्स बिजनेस में हैं या एक नई शुरुआत करना चाहते हैं, तो इलेक्ट्रिक वाहन लीज पर लेना आपके लिए एक फायदे का सौदा हो सकता है.