भारत में महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ग्लोबोकैन के आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में ब्रेस्ट कैंसर के करीब तीन लाख नए मामले सामने आए। चिंता की बात यह है कि ज्यादातर केस अंतिम स्टेज में ही सामने आते हैं, जिसका प्रमुख कारण महिलाओं में इसके लक्षणों की जानकारी का अभाव है। सही समय पर जांच न कराने के चलते भी स्थिति गंभीर हो जाती है।
इस लेख में, हम ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण, बचाव और थर्मल ब्रेस्ट स्क्रीनिंग जैसी नई तकनीक के बारे में जानेंगे, जिससे आप समय रहते इसकी पहचान कर सकते हैं।
ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण: समय रहते पहचानें
ब्रेस्ट कैंसर का जल्द पहचान होना बेहद जरूरी है, क्योंकि शुरुआती स्टेज में इसका इलाज सफल होता है। जानिए इसके प्रमुख लक्षण:
- ब्रेस्ट में गांठ: ब्रेस्ट या उसके आसपास गांठ का बनना, कैंसर का प्रारंभिक संकेत हो सकता है।
- निप्पल में बदलाव: निप्पल का अंदर की ओर खिंचना या आकार में बदलाव होना।
- निप्पल से तरल पदार्थ का निकलना: निप्पल से बिना किसी स्पष्ट कारण तरल पदार्थ निकलना।
- ब्रेस्ट में दर्द: ब्रेस्ट या उसके आसपास लगातार दर्द महसूस होना।
अगर आप इनमें से किसी भी लक्षण को महसूस करती हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और जांच कराएं।
थर्मल ब्रेस्ट स्क्रीनिंग: ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए नई तकनीक
ब्रेस्ट कैंसर की पहचान के लिए अब एक नई तकनीक उपलब्ध है जिसे थर्मल ब्रेस्ट स्क्रीनिंग कहा जाता है। यह एक गैर-आक्रामक और बिना रेडिएशन वाली जांच है, जो ब्रेस्ट कैंसर की पहचान सटीक रूप से कर सकती है।
डॉ. सचिन अम्बेकर, दिल्ली के MASSH अस्पताल के मिनिमल एक्सेस और सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के निदेशक, बताते हैं कि यह तकनीक मैमोग्राफी से बेहतर परिणाम देती है। इसमें शरीर के टिश्यू में गर्मी के पैटर्न और ब्लड फ्लो को देखने के लिए इन्फ्रारेड कैमरे का इस्तेमाल किया जाता है। थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए ब्रेस्ट कैंसर की पहचान आसान हो जाती है और इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता।
MASSH अस्पताल में मुफ्त ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग
अक्टूबर का महीना ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता का होता है। इस दौरान, MASSH अस्पताल में 1 से 31 अक्टूबर तक मुफ्त थर्मल ब्रेस्ट स्क्रीनिंग और ब्रेस्ट अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है। इसके साथ ही, डॉक्टरों की निशुल्क सलाह भी महिलाओं को दी जा रही है। यह एक सुनहरा मौका है, खासकर उन महिलाओं के लिए जो 30 साल की उम्र पार कर चुकी हैं और नियमित जांच नहीं करातीं।
ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के उपाय
ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए कुछ स्वस्थ आदतों को अपनाना बेहद जरूरी है। यहां कुछ आसान टिप्स दिए गए हैं:
- खानपान का ध्यान रखें: अपनी डाइट में हेल्दी और पोषण से भरपूर भोजन को शामिल करें।
- रोजाना एक्सरसाइज करें: नियमित व्यायाम करने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो जाता है।
- धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और शराब के सेवन से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
- फैमिली हिस्ट्री को जानें: अगर परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ हो, तो आपको विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए और नियमित जांच करानी चाहिए।
- 30 साल की उम्र के बाद स्क्रीनिंग कराएं: 30 साल के बाद हर महिला को नियमित ब्रेस्ट कैंसर स्क्रीनिंग करानी चाहिए।
निष्कर्ष
ब्रेस्ट कैंसर की बढ़ती समस्या को देखते हुए जागरूकता और सही समय पर जांच करवाना बेहद जरूरी है। थर्मल ब्रेस्ट स्क्रीनिंग जैसी नई तकनीक से ब्रेस्ट कैंसर की पहचान अब आसान हो गई है। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए और अगर कोई लक्षण नजर आएं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर जांच करवाएं।
अब ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक रहें और अपने जीवन को स्वस्थ और सुरक्षित बनाएं।