आजकल छात्रों में स्क्रीन एडिक्शन एक बड़ी समस्या बन चुकी है, जिससे उनकी पढ़ाई और एकाग्रता पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। परंतु हाल ही में किए गए एक अध्ययन में एक आश्चर्यजनक समाधान सामने आया है—कक्षा में फोन ब्रेक्स। रिसर्च से पता चला है कि अगर छात्रों को कक्षा के दौरान छोटे-छोटे फोन ब्रेक्स (Phone Breaks in Class) दिए जाएं, तो यह न केवल उनके फोन के उपयोग को कम कर सकता है, बल्कि उनके शैक्षणिक प्रदर्शन में भी सुधार ला सकता है।
फोन ब्रेक्स का महत्व: अध्ययन की प्रमुख खोज
यह अध्ययन अमेरिका के साउदर्न इलिनॉयस यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर रयान रेडनर और उनकी टीम द्वारा किया गया, जिन्होंने कॉलेज के छात्रों पर एक टर्म-लंबे प्रयोग का संचालन किया। इस प्रयोग में छात्रों को एक मिनट के लिए फोन उपयोग करने की अनुमति दी गई। अध्ययन के परिणामस्वरूप यह पाया गया कि जिन कक्षाओं में छात्रों को यह छोटे ब्रेक दिए गए थे, वहां उनका शैक्षणिक प्रदर्शन बेहतर हुआ और कक्षा में फोन के उपयोग में भी कमी आई।
रेडनर के अनुसार, “तकनीकी ब्रेक कक्षा में फोन के उपयोग को कम करने में सहायक हो सकते हैं, जिससे छात्रों की एकाग्रता और प्रदर्शन में सुधार होता है।” यह निष्कर्ष बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह कक्षा में फोन ब्रेक्स के पहले औपचारिक मूल्यांकन को दर्शाता है।
कक्षा में फोन ब्रेक्स से बेहतर प्रदर्शन
शोध के दौरान, जिन कक्षाओं में एक मिनट का ब्रेक दिया गया था, उन कक्षाओं के छात्रों के औसतन 80% से अधिक टेस्ट स्कोर में सुधार देखा गया। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह बेहतर प्रदर्शन इसलिए हो सकता है क्योंकि छात्र इन ब्रेक्स के बाद लेक्चर के दौरान कम विचलित हुए।
रेडनर का कहना है, “हमारी उम्मीद यह है कि छोटे ब्रेक्स छात्रों को एकाग्रता बनाए रखने और बेहतर तरीके से सीखने में मदद करते हैं, जिससे उनके शैक्षणिक परिणाम भी सुधरते हैं।”
कक्षा में फोन उपयोग की स्थिति
अध्ययन में यह भी सामने आया कि अधिकांश छात्र कक्षा के दौरान अपने फोन का उपयोग गैर-शैक्षणिक गतिविधियों के लिए करते हैं, जैसे सोशल मीडिया चेक करना या मैसेज भेजना। कई कक्षाओं में मोबाइल फोन का उपयोग निषिद्ध है, फिर भी छात्र फोन की लत से जूझते रहते हैं।
शोधकर्ताओं ने 1, 2 और 4 मिनट के विभिन्न ब्रेक्स का प्रयोग किया, लेकिन पाया कि सबसे प्रभावी ब्रेक 1 मिनट का था। यह ब्रेक छात्रों को अपने फोन का सीमित उपयोग करने की अनुमति देता है, जिससे उनका ध्यान भटकने की संभावना कम हो जाती है।
क्यों 1 मिनट का ब्रेक सबसे अधिक प्रभावी है?
शोध के अनुसार, 1 मिनट का ब्रेक इसलिए सबसे अधिक प्रभावी रहा क्योंकि यह छात्रों को थोड़े समय के लिए अपने फोन का उपयोग करने की अनुमति देता है, लेकिन उतना समय नहीं देता जिससे वे ज्यादा संदेश भेजने या प्राप्त करने की कोशिश करें, जिससे वे बाद में भी विचलित न हों। रेडनर का मानना है कि ज्यादा समय मिलने पर छात्र फिर से फोन का उपयोग करने की आदत में पड़ सकते हैं, जिससे उनकी एकाग्रता बाधित हो सकती है।
शिक्षा में तकनीकी प्रबंधन का नया दृष्टिकोण
यह शोध इस बात की ओर इशारा करता है कि तकनीकी उपयोग पर नियंत्रण यदि सही तरीके से किया जाए, तो यह छात्रों के लिए लाभकारी हो सकता है। यह शिक्षकों और अभिभावकों के लिए एक नई दिशा में सोचने का अवसर प्रदान करता है कि कैसे तकनीक के उपयोग को समझदारी से प्रबंधित किया जा सकता है।
छोटे ब्रेक्स का उपयोग छात्रों को फोन के अत्यधिक उपयोग से दूर रख सकता है और उनके शैक्षणिक प्रदर्शन को सुधार सकता है। इसका उद्देश्य यह है कि छात्र क्लासरूम में अधिक एकाग्रचित्त रहें और डिजिटल डिस्ट्रैक्शन से बच सकें।
निष्कर्ष
फोन ब्रेक्स इन क्लास छात्रों के शैक्षणिक जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने का एक आसान और प्रभावी तरीका साबित हो सकता है। छोटे ब्रेक्स से छात्रों को अपने फोन की लत से निजात मिलती है, जिससे उनका ध्यान भटकने की संभावना कम हो जाती है और वे बेहतर ढंग से पढ़ाई कर पाते हैं। इस नई पद्धति को अपनाकर शिक्षक और अभिभावक छात्रों के शैक्षणिक प्रदर्शन को बेहतर बनाने और उन्हें स्क्रीन एडिक्शन से दूर रखने में मदद कर सकते हैं।
इस अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि तकनीक का संतुलित उपयोग छात्रों की शिक्षा में नए रास्ते खोल सकता है, बशर्ते इसे सही तरीके से लागू किया जाए।