शारदीय नवरात्रि का समय आते ही भक्तों में व्रत रखने की परंपरा जोर पकड़ लेती है। इस दौरान साबूदाना का सेवन आम होता है, जिसे फलाहारी आहार में शामिल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाज़ार में मिलने वाला साबूदाना असली है या नकली? आजकल नकली साबूदाना भी धड़ल्ले से बिक रहा है, जिसे पहचान पाना कठिन हो सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि असली और नकली साबूदाना में फर्क कैसे करें और नकली साबूदाना खाने से क्या नुकसान हो सकता है।
साबूदाना क्या होता है?
साबूदाना मुख्यतः टैपिओका स्टार्च से तैयार किया जाता है, जो कसावा नामक कंद से प्राप्त होता है। यह स्टार्च कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होता है और व्रत के दौरान ऊर्जा का अच्छा स्रोत माना जाता है। भारत में साबूदाना का व्यापक उत्पादन होता है, और यह न केवल व्रत के दिनों में, बल्कि विभिन्न पकवानों में भी उपयोग किया जाता है।
नकली साबूदाना की पहचान कैसे करें?
साबूदाना खरीदते वक्त इसकी असलियत पहचानने के कुछ आसान और प्रभावी तरीके हैं। निम्नलिखित ट्रिक्स की मदद से आप नकली साबूदाने को आसानी से पहचान सकते हैं:
1. चबाकर पहचानें
साबूदाना की पहचान का सबसे आसान तरीका है इसे चबाकर देखना। अगर साबूदाना चबाते समय दांतों में किरकिरा महसूस होता है, तो वह नकली हो सकता है। असली साबूदाना न केवल मुलायम होता है, बल्कि यह दांतों में चिपकता भी है।
2. पानी में फूलने की क्षमता
असली साबूदाना जब पानी में भिगोया जाता है तो वह पूरी तरह से फूल जाता है और पानी लसलसा हो जाता है। नकली साबूदाना भिगोने के बावजूद फूलता नहीं है, चाहे उसे कितना भी समय पानी में रखा जाए।
3. जलाने पर खुशबू
असली साबूदाने को जलाने पर उसमें से हल्की खुशबू आती है और यह जलकर राख में परिवर्तित नहीं होता। वहीं, नकली साबूदाना जलाने पर राख छोड़ता है और उससे धुआं निकलता है, जिससे उसकी नकलीपन की पहचान हो जाती है।
4. साबूदाने की चमक
बहुत अधिक चमकदार साबूदाना नकली हो सकता है, क्योंकि इसे व्हाइटनिंग एजेंट्स के उपयोग से चमकाया जाता है। इसलिए, साबूदाना खरीदते समय उसकी अत्यधिक चमक पर ध्यान दें और ऐसा साबूदाना लेने से बचें जो असामान्य रूप से ज्यादा चमकदार हो।
नकली साबूदाना खाने के नुकसान
नकली साबूदाना बनाने में हानिकारक रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है। इसे सफेद और चमकदार बनाने के लिए कैमिकल्स, ब्लीचिंग एजेंट्स, फॉस्फोरिक और सल्फ्यूरिक एसिड मिलाए जाते हैं। इन रसायनों का सेवन शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है, विशेषकर लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचाता है। यह पाचन तंत्र को भी प्रभावित कर सकता है और लंबे समय तक इसका सेवन गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
सावधान रहें और सेहत का ध्यान रखें
नवरात्रि के दौरान साबूदाना का सेवन एक सामान्य परंपरा है, लेकिन यह जरूरी है कि आप असली और शुद्ध साबूदाना ही खरीदें। नकली साबूदाना न केवल आपकी सेहत के लिए हानिकारक है, बल्कि इसके सेवन से आपके व्रत की शुद्धता पर भी असर पड़ सकता है। इसलिए, साबूदाना खरीदते वक्त इन ट्रिक्स का इस्तेमाल करें और अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
निष्कर्ष
असली और नकली साबूदाने की पहचान करना मुश्किल जरूर हो सकता है, लेकिन असंभव नहीं। सही जानकारी और सतर्कता से आप नकली साबूदाने से बच सकते हैं और अपने व्रत को शुद्ध और सेहतमंद तरीके से निभा सकते हैं।