माता-पिता के लिए बच्चों की हंसी, मासूमियत और उनकी तोतली बोली सबसे प्यारे पल होते हैं। जब भी तनाव या उदासी महसूस होती है, तो अक्सर माता-पिता पुराने वीडियोज देखते हैं और अपनी यादों में खो जाते हैं। लेकिन जैसे-जैसे बच्चे बड़े होते हैं, उनके नखरे भी बढ़ते जाते हैं। घर में तो यह मस्ती ठीक लगती है, लेकिन अगर बच्चे पब्लिक में नखरे दिखाने लगें, तो माता-पिता असहज हो जाते हैं। कई बार तो शर्मिंदगी भी महसूस होती है।
ऐसे में सबसे ज़रूरी होता है कि माता-पिता समझदारी से काम लें और खुद पर नियंत्रण रखें। यहां कुछ खास टिप्स दिए गए हैं, जिनसे आप अपने बच्चे को पब्लिक में नखरे करने से रोक सकते हैं और स्थिति को आराम से संभाल सकते हैं।
1. बच्चे पर ध्यान दें, न कि लोगों पर
जब बच्चा पब्लिक में नखरे करता है, तो अक्सर माता-पिता को इस बात की चिंता होती है कि लोग क्या कहेंगे। इस चिंता को छोड़ें और बच्चे पर फोकस करें। बच्चे नासमझ होते हैं, उन्हें पता नहीं होता कि बाहर क्या करना चाहिए और क्या नहीं। ऐसे में सबसे सही तरीका यह है कि आप बच्चे के नखरों पर ध्यान दें और उसे प्यार से संभालें।
2. चिल्लाने से बचें
भीड़-भाड़ वाले माहौल में बच्चे खुद को असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। ऐसे समय में उन्हें माता-पिता के प्यार और स्पर्श की जरूरत होती है। अगर आप उस पर चिल्लाएंगे, तो वह और ज्यादा रोने लगेगा। इसके बजाय बच्चे को सीने से लगाएं, उसे यह महसूस कराएं कि आप उसकी समस्या समझ रहे हैं। उसे आराम देने के लिए उसकी पसंदीदा चीज़ दें या उसका ध्यान किसी और चीज़ पर लगाएं।
3. बच्चे से तर्क ना करें
अक्सर माता-पिता बच्चों से तर्क करने की कोशिश करते हैं, लेकिन बच्चे भावुक होते हैं और उनकी रीजनिंग क्षमता उस समय काम नहीं करती। इसलिए बच्चे से तर्क करने से बचें। सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप बच्चे के शांत होने का इंतजार करें और फिर उसे समझाने की कोशिश करें। इस दौरान यह ध्यान रखें कि बच्चा भूखा या नींद से वंचित न हो, क्योंकि कई बार भूख या थकान भी बच्चे को चिड़चिड़ा बना देती है।
4. जिद पूरी ना करें
बच्चों की जिद के आगे हार मानना एक बहुत बड़ी गलती हो सकती है। अगर आप उसकी जिद पूरी कर देंगे, तो बच्चा इसे अपनी बात मनवाने का तरीका समझ लेगा। इसलिए बच्चों की हर जिद के आगे नहीं झुकें।
5. बच्चे को सकारात्मक रूप से संभालें
बच्चे को सकारात्मक तरीकों से समझाएं कि पब्लिक में कैसे व्यवहार करना चाहिए। उन्हें छोटे-छोटे उदाहरण देकर यह सिखाएं कि बाहर का माहौल घर से अलग होता है। जब वे सही व्यवहार करें, तो उनकी तारीफ करें और उन्हें सराहें।
निष्कर्ष
बच्चों के नखरों को हैंडल करना एक चुनौतीपूर्ण काम हो सकता है, लेकिन धैर्य, समझदारी और सही दृष्टिकोण से इसे आसानी से हल किया जा सकता है। पब्लिक में बच्चे के नखरों से परेशान होने के बजाय, उन्हें प्यार और समझदारी से संभालें। समय के साथ बच्चे समझने लगेंगे कि कैसे व्यवहार करना है, और आपका धैर्य और समझदारी उनके भविष्य के लिए भी फायदेमंद साबित होगी।