हुंडई मोटर इंडिया आने वाले महीनों में कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर काम कर रही है, जो न केवल भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग को प्रभावित करेंगी, बल्कि ग्राहक अनुभव को भी बेहतर बनाएंगी। कंपनी 15 अक्टूबर को अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने जा रही है, जिसमें उसका लक्ष्य 27,870 करोड़ रुपये जुटाना है। यह कदम कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाने और भविष्य की योजनाओं को साकार करने में सहायक होगा।
क्रेटा ईवी की लॉन्चिंग
इसके बाद, हुंडई अपनी सबसे लोकप्रिय एसयूवी, क्रेटा का इलेक्ट्रिक वेरिएंट ‘क्रेटा ईवी’ लॉन्च करने की तैयारी में है, जो जनवरी-मार्च 2025 में पेश किया जाएगा। यह लॉन्च भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के बढ़ते बाजार के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके अलावा, अगले कुछ वर्षों में, कंपनी चार अन्य नए इलेक्ट्रिक मॉडल लाने की योजना बना रही है।
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए रणनीति
हुंडई मोटर इंडिया के एमडी उन्सू किम ने बताया कि भारत इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के प्रारंभिक चरण में है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की मजबूत नीतियों के कारण, 2030 तक भारत के ईवी सेगमेंट में उल्लेखनीय वृद्धि की उम्मीद है। इस संदर्भ में, कंपनी स्थानीय सप्लाई चेन के साथ मास मार्केट और प्रीमियम सेगमेंट में नए ईवी मॉडल लाने की योजना बना रही है।
उत्पादन क्षमता का विस्तार
हुंडई मोटर इंडिया अपनी उत्पादन क्षमता को 30 प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य रखती है। वर्तमान में, कंपनी की वार्षिक उत्पादन क्षमता 8.24 लाख यूनिट है, जिसे वह साल 2028 तक 11 लाख यूनिट तक बढ़ाना चाहती है। इसके लिए कंपनी पुणे में 6,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी और एक नया कार प्रोडक्शन प्लांट स्थापित करेगी।
निष्कर्ष
हुंडई मोटर इंडिया की इन नई योजनाओं का उद्देश्य न केवल अपने उत्पाद पोर्टफोलियो का विस्तार करना है, बल्कि भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों की उपस्थिति को भी मजबूत बनाना है। कंपनी की यह पहल आने वाले वर्षों में न केवल ग्राहकों को बेहतर विकल्प प्रदान करेगी, बल्कि भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग की दिशा को भी बदल सकती है।
इस प्रकार, हुंडई मोटर इंडिया अपने आईपीओ से लेकर इलेक्ट्रिक कारों की लॉन्चिंग तक कई महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जो भविष्य में भारतीय बाजार में नई दिशा प्रदान करेंगे।