Apple पर गंभीर आरोप कर्मचारियों के सोशल मीडिया इस्तेमाल पर रोक, NLRB ने लगाया हस्तक्षेप का आरोप

Apple पर गंभीर आरोप कर्मचारियों के सोशल मीडिया इस्तेमाल पर रोक, NLRB ने लगाया हस्तक्षेप का आरोप

दुनिया की सबसे मशहूर टेक्नोलॉजी कंपनियों में से एक Apple, जो अपने iPhone और अन्य प्रोडक्ट्स के लिए जानी जाती है, अब विवादों में घिर गई है। अमेरिकी कंपनी पर अपने कर्मचारियों के सोशल मीडिया इस्तेमाल को लेकर प्रतिबंध लगाने का आरोप लगाया गया है। यह मामला अमेरिका के नेशनल लेबर रिलेशंस बोर्ड (NLRB) तक पहुंच गया है, जिसने इस पर Apple की निंदा की है।

NLRB के आरोप: कर्मचारियों के अधिकारों में हस्तक्षेप

अमेरिका के नेशनल लेबर रिलेशंस बोर्ड (NLRB) का कहना है कि Apple अपने कर्मचारियों के कार्यस्थल पर बेहतर स्थितियों के अधिकारों में हस्तक्षेप कर रही है। इसके तहत कंपनी ने सोशल मीडिया और वर्कप्लेस मैसेजिंग ऐप Slack पर भी रोक लगाने की कोशिश की है, जिससे कर्मचारियों को अपनी बात रखने का मौका नहीं मिल रहा है। NLRB ने स्पष्ट किया कि कर्मचारियों को अपने काम के माहौल और शर्तों पर चर्चा करने का अधिकार होता है, और यह प्रतिबंध उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है।

Apple पर क्यों लगा आरोप?

Apple पर आरोप है कि वह अपने कर्मचारियों के बीच संवाद को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है। NLRB के अनुसार, कंपनी ने सोशल मीडिया पर अपने कर्मचारियों की गतिविधियों को सीमित किया है, ताकि वे कंपनी की नीतियों और वर्कप्लेस के हालात पर खुलकर चर्चा न कर सकें। इसके साथ ही, Slack जैसे वर्कप्लेस मैसेजिंग ऐप्स पर भी Apple ने नियंत्रण की कोशिश की है, जिससे कर्मचारियों की आपसी बातचीत पर निगरानी रखी जा सके।

कर्मचारियों की नाराजगी: कंपनी की सख्त नीतियों का विरोध

Apple की इस नीति से उसके कर्मचारियों में असंतोष फैल गया है। कर्मचारी चाहते हैं कि उन्हें सोशल मीडिया और मैसेजिंग ऐप्स पर अपनी राय व्यक्त करने और काम से जुड़ी समस्याओं को उजागर करने की स्वतंत्रता मिले। लेकिन Apple की इन बंदिशों के कारण, कई कर्मचारियों ने नाराजगी जताई है और इसे उनके अधिकारों का हनन माना है।

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क्या कहता है कानून?

अमेरिका के श्रम कानून के तहत, कर्मचारियों को अपने कार्यस्थल के माहौल और कार्य की स्थितियों पर चर्चा करने का अधिकार है। NLRB का कहना है कि Apple का यह कदम कर्मचारियों के इन मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है, और कंपनी को इसे तुरंत सुधारने की जरूरत है।

Apple का पक्ष

हालांकि, Apple ने अभी तक इस आरोप पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। कंपनी की ओर से यह देखने वाली बात होगी कि वह इन आरोपों का सामना कैसे करती है और NLRB के इस आरोप पर क्या प्रतिक्रिया देती है।

निष्कर्ष

Apple पर लगे ये गंभीर आरोप उसकी छवि को धक्का पहुंचा सकते हैं, खासकर तब जब कंपनी को अपने कर्मचारियों के हितों की रक्षा करनी चाहिए। NLRB के इस फैसले के बाद, अब सभी की नजरें Apple पर होंगी कि वह अपने कर्मचारियों के साथ कैसा व्यवहार करती है और क्या यह विवाद उसके ब्रांड पर कोई असर डालता है या नहीं।

नोट: यह मामला सिर्फ एक कंपनी की नीतियों का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा और उन्हें स्वतंत्रता देने का सवाल भी उठाता है। आने वाले समय में देखना होगा कि Apple इस विवाद से कैसे निपटती है।