स्पैम कॉल्स और मैसेज पर लगेगी रोक
Airtel ने अपने नेटवर्क में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक को लागू किया है, जिसका मकसद स्पैम कॉल्स और मैसेज को रियल-टाइम में पहचानकर ब्लॉक करना है। कंपनी का एआई सिस्टम हर दिन करीब 1.5 बिलियन कॉल्स और मैसेज की जांच करेगा और इन्हें एनालाइज कर यूजर्स को संभावित खतरों से बचाने का काम करेगा।
यूजर्स को मिलेंगे अलर्ट नोटिफिकेशन
Airtel के सीईओ गोपाल विट्टल के अनुसार, AI तकनीक स्पैम कॉल्स और मैसेज करने वालों की पहचान करेगी और यूजर्स को अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा। इस मैसेज के जरिए यूजर्स को जानकारी दी जाएगी कि कौन से कॉल्स और मैसेज को एक्सेप्ट करना है और किन्हें रिजेक्ट करना चाहिए। इससे यूजर्स को बेहतर अनुभव मिलेगा और वे फर्जी कॉल्स से बच सकेंगे।
OTT कॉल्स को ट्रैक करने में आ रही है दिक्कत
हालांकि, विट्टल ने माना कि कुछ मौकों पर वैध कॉल्स को भी गलती से स्पैम के रूप में पहचाना जा सकता है, लेकिन कंपनी इसे सुधारने की दिशा में काम कर रही है। एक बड़ी चुनौती यह है कि AI तकनीक फिलहाल वॉट्सऐप और टेलीग्राम जैसे ओटीटी (OTT) ऐप्स से आने वाली कॉल्स को पहचानने में सक्षम नहीं है। ऐसे में इन प्लेटफॉर्म्स से आने वाले स्पैम कॉल्स का समाधान निकालने के लिए कंपनी को और मेहनत करनी होगी।
TRAI का टेलिकॉम ऑपरेटर्स पर दबाव
Telecom Regulatory Authority of India (TRAI) ने एयरटेल, जियो, वोडाफोन-आइडिया और बीएसएनएल पर फर्जी कॉल्स और मैसेज पर रोक लगाने का दबाव बनाया था। TRAI की ओर से टेलिकॉम ऑपरेटरों को चेतावनी दी गई थी कि अगर वे इस समस्या का समाधान नहीं करते हैं, तो उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके चलते Airtel ने अपनी AI तकनीक का सहारा लिया है, जिससे अब प्रमोशनल कॉल्स और मैसेज के लिए भी नई गाइडलाइंस लागू की गई हैं।
निष्कर्ष
Airtel का यह कदम यूजर्स की प्राइवेसी और अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। AI तकनीक के जरिए स्पैम कॉल्स और मैसेज को ब्लॉक करना यूजर्स के लिए एक राहत की बात है। हालांकि, ओटीटी ऐप्स से आने वाली कॉल्स को पहचानने में अभी भी चुनौती बनी हुई है, लेकिन Airtel इस समस्या को भी जल्द हल करने का प्रयास कर रहा है।
अब Airtel यूजर्स बेफिक्र होकर करें कॉल, स्पैम कॉल्स और मैसेज से मिलेगी पूरी सुरक्षा!