ARFID जब खाने का डर बन जाता है एक बीमारी, जानिए इसके लक्षण और कारण

ARFID जब खाने का डर बन जाता है एक बीमारी, जानिए इसके लक्षण और कारण

खाना हमारे जीवन का अहम हिस्सा है, लेकिन कुछ लोगों के लिए यह एक खौफ बन जाता है। ऐसे लोग खाने से बचने लगते हैं, जिससे उनकी सेहत पर गहरा असर पड़ता है। इस डर को Avoidant/Restrictive Food Intake Disorder (ARFID) कहा जाता है। यह एक गंभीर ईटिंग डिसऑर्डर है, जिसमें लोगों को भोजन करने से डर और घबराहट होती है, और यह समस्या बचपन से ही शुरू हो सकती है।

क्या है ARFID?

ARFID यानी Avoidant/Restrictive Food Intake Disorder एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति खाने से जुड़े कई तरह के डर और चिंताओं का सामना करता है। यह डर अक्सर इस बात का होता है कि कहीं खाना गले में अटक न जाए, या फिर खाने की खुशबू, रंग या टेक्सचर से घबराहट हो। ऐसे लोग चुन-चुनकर खाना खाते हैं और खाने का चुनाव करते वक्त वे बहुत सतर्क होते हैं।

पिकी ईटिंग और ARFID में अंतर

हालांकि बच्चों में पिकी ईटिंग (खाने का चुनाव करना) सामान्य है, लेकिन ARFID उससे काफी अलग और गंभीर स्थिति होती है। पिकी ईटिंग एक समय के बाद सामान्य हो जाती है, लेकिन ARFID में व्यक्ति के शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं, जिससे उसकी सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है। कुछ मामलों में, इस बीमारी से जान जाने का भी खतरा हो सकता है, क्योंकि शरीर पोषण की कमी से कमजोर हो जाता है।

ARFID के कारण

ARFID का कोई एक निश्चित कारण नहीं है, बल्कि इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं:

  • चिंता और डर: कई लोग भोजन को लेकर अत्यधिक चिंता या डर महसूस करते हैं, खासकर भोजन गले में फंसने या चोकिंग का डर।
  • पर्यावरणीय और जेनेटिक कारण: कुछ लोगों में इस समस्या के पीछे आनुवंशिक कारण हो सकते हैं या उनके आसपास का वातावरण उन्हें प्रभावित कर सकता है।
  • बचपन के अनुभव: जिन बच्चों को बचपन में जबरदस्ती खाना खिलाया जाता है, वे बड़े होकर इस डर का शिकार हो सकते हैं। माता-पिता की अत्यधिक दबावपूर्ण खाना खिलाने की आदत से यह समस्या पैदा हो सकती है।
  • ट्रॉमा: अगर किसी के साथ कोई भयावह दुर्घटना घटी हो, तो इसका असर उनके खाने की आदतों पर भी हो सकता है, जिससे वे खाने से डरने लगते हैं।
READ
रोजाना 7 दिनों तक बादाम खाने के 7 अद्भुत लाभ जानिए कैसे बढ़ाएं अपने स्वास्थ्य का स्तर

ARFID के लक्षण

ARFID के लक्षण हमेशा स्पष्ट नहीं होते, लेकिन कुछ संकेत आपको इस बीमारी के बारे में जागरूक कर सकते हैं:

  • पाचन संबंधी समस्याएं: इसमें कब्ज, पेट दर्द, एसिडिटी और ऐंठन जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं।
  • भोजन से दूरी: व्यक्ति खाने से बचने की कोशिश करता है, या केवल कुछ चुनिंदा भोजन ही खाता है।
  • वजन में कमी: भोजन न करने के कारण वजन तेजी से गिरने लगता है और शरीर में पोषण की कमी हो जाती है।

ARFID का उपचार

इस बीमारी का इलाज संभव है, लेकिन इसके लिए सही समय पर पहचान और उपचार जरूरी है। मनोचिकित्सक की मदद, काउंसलिंग, और सही पोषण के माध्यम से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे पीड़ित व्यक्ति को धीरे-धीरे खाने के प्रति उनका डर दूर करने में मदद मिल सकती है।

निष्कर्ष

ARFID एक गंभीर ईटिंग डिसऑर्डर है, जो व्यक्ति की शारीरिक और मानसिक सेहत पर नकारात्मक असर डालता है। अगर आप या आपके आसपास किसी को खाने से डर महसूस हो रहा है, तो इस स्थिति को नजरअंदाज न करें और तुरंत विशेषज्ञ की सलाह लें। सही उपचार और समझ के साथ, इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है और सामान्य जीवन जिया जा सकता है।