सत्तू पाउडर, भारत का एक पारंपरिक सुपरफूड है, जो भुनी हुई दालों और चनों से बनाया जाता है। यह न केवल ऊर्जा का बढ़िया स्रोत है बल्कि इसमें प्रोटीन, फाइबर और अन्य जरूरी पोषक तत्व भी होते हैं। इसे स्मूदी, पेय, लिट्टी या पराठे जैसे लोकप्रिय व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है। पर सवाल यह है, क्या सत्तू से मिलने वाला प्रोटीन शरीर की सभी जरूरतें पूरी कर सकता है? आइए, जानते हैं एक्सपर्ट की राय और सत्तू से जुड़े स्वास्थ्य लाभ।
सत्तू का प्रोटीन लेवल: क्या यह पर्याप्त है?
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, डाइटिशियन सिमरत कथूरिया का कहना है कि सत्तू में प्रोटीन की मात्रा इस बात पर निर्भर करती है कि यह किस सामग्री और तकनीक से बनाया गया है। आमतौर पर, चने के सत्तू में प्रति 100 ग्राम में लगभग 20-30 ग्राम प्रोटीन होता है। इसके अलावा, इसमें आहार फाइबर, विटामिन और खनिज जैसे आयरन, मैग्नीशियम, और पोटैशियम भी होते हैं, जो इसे एक पोषण से भरपूर फूड बनाते हैं। वहीं, गेहूं से बने सत्तू में प्रोटीन की मात्रा अपेक्षाकृत कम होती है।
क्या सत्तू से मिल सकता है पर्याप्त प्रोटीन?
सत्तू, विशेष रूप से शाकाहारी लोगों के लिए एक अच्छा प्रोटीन स्रोत है, लेकिन यह एनिमल प्रोटीन जितना पोषण नहीं दे सकता। मांस, मछली, अंडे, या डेयरी प्रोडक्ट्स से मिलने वाला प्रोटीन सत्तू से अधिक होता है। इसलिए, अगर आप सत्तू को अपनी डाइट का मुख्य प्रोटीन स्रोत बना रहे हैं, तो अन्य प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों जैसे दालें, बीन्स और नट्स को भी शामिल करना जरूरी है।
सत्तू के फायदे
- एनर्जी बूस्टर: सत्तू का सेवन तुरंत ऊर्जा देता है, खासकर गर्मियों में इसे पानी के साथ पीने से ठंडक मिलती है।
- हाइड्रेशन: सत्तू के पेय से शरीर हाइड्रेट रहता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है।
- कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण: सत्तू का सेवन बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
- पाचन में सुधार: सत्तू में फाइबर की अच्छी मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।
किन्हें सत्तू से बचना चाहिए?
हालांकि सत्तू के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन कुछ लोगों को इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए:
- स्किन एलर्जी: कुछ लोगों को सत्तू से स्किन एलर्जी हो सकती है, इसलिए ऐसे लोग इसका सेवन न करें।
- पाचन संबंधी समस्याएं: जिन लोगों को गैस, एसिडिटी या अपच की समस्या होती है, उन्हें सत्तू से परहेज करना चाहिए।
- गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को सत्तू के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
निष्कर्ष
सत्तू एक भारतीय सुपरफूड है जो प्रोटीन, फाइबर और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है। यह शाकाहारियों के लिए एक बढ़िया विकल्प है, लेकिन पर्याप्त प्रोटीन प्राप्त करने के लिए इसे अन्य प्रोटीन स्रोतों के साथ मिलाकर सेवन करना जरूरी है। सत्तू न केवल आपको ऊर्जा प्रदान करता है बल्कि यह आपके हृदय स्वास्थ्य, पाचन और हाइड्रेशन में भी सहायक है।