पेट का कैंसर जानिए इसके कारण, संकेत और बचाव के उपाय

पेट का कैंसर जानिए इसके कारण, संकेत और बचाव के उपाय

पेट का कैंसर, जिसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है, एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है जो हर साल लाखों लोगों की जान लेती है। यह कैंसर पेट की दीवारों से शुरू होकर शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है, जिससे इलाज की जटिलता बढ़ जाती है। पेट का कैंसर अक्सर तब पहचाना जाता है जब स्थिति गंभीर हो चुकी होती है, जिससे इलाज की संभावनाएं कम हो जाती हैं। इसे रोकने के लिए इसकी पहचान और कारणों को समझना बेहद जरूरी है।

पेट के कैंसर होने के आम कारण

1. स्ट्रेस

स्ट्रेस, हमारे शरीर को सिर्फ मानसिक ही नहीं, शारीरिक रूप से भी प्रभावित करता है। जब आप अधिक तनाव में रहते हैं, तो इसका असर आपके इम्यून सिस्टम पर पड़ता है, जिससे आपके शरीर की बीमारी से लड़ने की क्षमता कमजोर हो जाती है। टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट के अनुसार, स्ट्रेस किडनी, लिवर और दिल की बीमारियों का भी कारण बन सकता है। लंबे समय तक स्ट्रेस रहने से पेट का कैंसर होने की संभावनाएं भी बढ़ सकती हैं। इससे बचने के लिए योग और मेडिटेशन जैसे स्ट्रेस मैनेजमेंट तकनीकों का सहारा लें।

2. नमकीन फूड्स

ज्यादा नमक का सेवन पेट के कैंसर के प्रमुख कारणों में से एक हो सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अत्यधिक नमक वाले खाने से पेट की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है और कैंसर होने का खतरा 41% तक बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण यह है कि ज्यादा नमक पेट के अंदर सोडियम की मात्रा को बढ़ाता है, जो कैंसर के विकास को प्रोत्साहित करता है। इसलिए अपने खाने में नमक की मात्रा को संतुलित रखना बहुत जरूरी है।

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3. स्मोकिंग

स्मोकिंग सिर्फ फेफड़ों के लिए ही हानिकारक नहीं, बल्कि पेट के कैंसर का भी एक बड़ा कारण है। धूम्रपान से पेट में अल्सर बनने की संभावना बढ़ जाती है, और समय के साथ ये अल्सर कैंसर में बदल सकते हैं। जो लोग नियमित रूप से स्मोकिंग करते हैं, उनके पेट की दीवारों को अधिक नुकसान होता है, जिससे कैंसर का खतरा और बढ़ जाता है।

4. खराब आहार

खराब खान-पान, जैसे जंक फूड, मसालेदार खाना और रेड मीट का अधिक सेवन, भी पेट के कैंसर का कारण हो सकता है। ऐसे फूड्स में सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक होती है, जिससे मोटापा और पेट की बीमारियां बढ़ सकती हैं। एक स्वस्थ जीवन के लिए फल और सब्जियों से भरपूर संतुलित आहार अपनाना जरूरी है।

5. शराब

अधिक शराब का सेवन भी पेट के कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। शराब के कारण पेट की दीवारें कमजोर हो जाती हैं और एसिडिक रिएक्शन होते हैं, जिससे पेट की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त होती हैं। इसके साथ ही, शराब का नियमित सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए, शराब के सेवन को कम या बंद करना ही बेहतर होता है।

पेट के कैंसर के शुरुआती संकेत

पेट के कैंसर की पहचान जल्दी होने से इसके इलाज के सफल होने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए इन शुरुआती संकेतों को पहचानना जरूरी है:

  • वजन कम होना: बिना किसी खास कारण के अचानक वजन घटने लगना।
  • पेट में दर्द: पेट में लगातार दर्द रहना।
  • भूख में कमी होना: अचानक भूख कम लगना या बिल्कुल न लगना।
  • सीने में जलन और अपच: लंबे समय तक अपच या हार्टबर्न की समस्या होना।
  • थकान और कमजोरी: बिना किसी शारीरिक परिश्रम के लगातार थकान महसूस होना।
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कैसे करें पेट के कैंसर से बचाव?

पेट के कैंसर से बचने के लिए अपनी जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करें:

  • स्ट्रेस को मैनेज करें: नियमित योग और मेडिटेशन से तनाव को कम करें।
  • संतुलित आहार: नमकीन और जंक फूड से बचें। अपनी डाइट में ज्यादा फल, सब्जियां और फाइबर शामिल करें।
  • धूम्रपान और शराब से बचें: स्मोकिंग और शराब का सेवन पूरी तरह से बंद करने की कोशिश करें।
  • नियमित जांच: अगर पेट में लंबे समय तक दर्द या असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

पेट का कैंसर एक गंभीर समस्या है, लेकिन इसे सही जानकारी और समय पर ध्यान देकर रोका जा सकता है। अपनी दिनचर्या में सकारात्मक बदलाव लाएं और एक स्वस्थ जीवन जीने की दिशा में कदम बढ़ाएं।