सर्दी में मौसमी बीमारियों से बचने के 8 असरदार टिप्स

सर्दी में मौसमी बीमारियों से बचने के 8 असरदार टिप्स

जैसे-जैसे सर्दी का मौसम करीब आ रहा है, हमारे देश में मौसमी बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगा है। दिल्ली और आसपास के राज्यों में पराली जलाने से होने वाला धुंध और ठंड का मौसम स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। ENT स्पेशलिस्ट डॉ. पंकज कुमार बताते हैं कि इस समय बुखार और रात में तेज खांसी के मामले बढ़ रहे हैं, जो सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर रहे हैं।

मौसमी बीमारियों का मुख्य कारण

मौसम में बदलाव के कारण तापमान में उतार-चढ़ाव हो रहा है। सुबह और शाम की ठंड और दिन में गर्मी की वजह से लोगों को अस्वस्थ महसूस करने के मामले बढ़ गए हैं। AC का उपयोग भी कई बार स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। बच्चों को स्कूल में इंफेक्शन मिल रहा है, जिससे घर के अन्य सदस्यों को भी खतरा है।

रात में खांसी का कारण

डॉ. पंकज के अनुसार, शाम के समय जब तापमान ठंडा होता है, तब प्रदूषण के कण ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। ये कण नाक के माध्यम से सांस नली और फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं, जिससे सीने में बलगम बनता है और रात में खांसी की समस्या उत्पन्न होती है। कई बार नाक के अंदर खुजली की समस्या भी होती है, जिससे व्यक्ति रात भर सो नहीं पाता।

मौसमी बीमारियों से बचने के उपाय

  1. उचित कपड़ों का चयन करें: बच्चों को स्कूल भेजते समय फुल पैंट्स और शर्ट पहनाएं। यह उन्हें ठंड से बचाने में मदद करेगा।
  2. बुजुर्गों की सुरक्षा: घर के बुजुर्गों को बाहर जाने से परहेज करने की सलाह दें, ताकि उन्हें ठंड और संक्रमण से दूर रखा जा सके।
  3. भीड़-भाड़ से बचें: त्योहारों की शॉपिंग के दौरान ज्यादा भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें। इससे संक्रमण का खतरा कम होगा।
  4. मास्क का उपयोग करें: स्कूल जाने वाले बच्चे, ऑफिस जाने वाले लोग, और जो भी बाहर जा रहे हैं, उन्हें मास्क पहनना अनिवार्य करें। यह बीमारियों के फैलने से रोकने में मदद करेगा।
  5. हाथों की सफाई: गंदे हाथों से मुंह, नाक और आंखों को न छूएं। नियमित रूप से हाथ धोना आवश्यक है।
  6. सुबह की धूप: जो लोग वॉक के लिए जाते हैं, वे सुबह थोड़ी धूप निकलने का इंतजार करें, जिससे ठंडी हवा का प्रभाव कम होगा।
  7. धूम्रपान से बचें: धूम्रपान करने से बचें, क्योंकि यह श्वसन तंत्र को कमजोर कर सकता है और मौसमी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है।
  8. घरेलू उपचार: खांसी या गले में खराश महसूस होने पर घरेलू उपचार अपनाएं। यदि समस्या गंभीर हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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