सुकून की नींद न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है। लेकिन बहुत कम या बहुत ज्यादा सोना दोनों ही सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकते हैं। शोध से पता चला है कि 10 घंटे से ज्यादा सोने वाले लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि कितना सोना फायदेमंद है और अधिक नींद किन समस्याओं का कारण बन सकती है।
ज्यादा नींद से हो सकती हैं ये गंभीर बीमारियां
1. दिल के रोग
रिसर्च बताती है कि लंबे समय तक सोना हृदय रोग के खतरे को बढ़ा सकता है, खासतौर पर महिलाओं में। जो महिलाएं 9 से 11 घंटे सोती हैं, उनमें 38% अधिक हार्ट डिजीज का खतरा होता है। इसलिए 7-8 घंटे की नियमित नींद से ज्यादा सोना हृदय स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है।
2. मोटापा और वजन बढ़ना
जो लोग नियमित रूप से 7-8 घंटे से अधिक समय सोते हैं, उनमें वजन बढ़ने की संभावना अधिक होती है। दरअसल, लंबे समय तक सोने से शरीर में पोषक तत्वों का असंतुलन पैदा होता है, जिससे मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और व्यक्ति मोटापे की चपेट में आ सकता है। रिसर्च से यह भी साबित हुआ है कि 7 घंटे सोने वाले लोग मोटापे के शिकार कम होते हैं।
3. सिरदर्द
ज्यादा सोने वालों को अक्सर सिरदर्द की शिकायत रहती है। दिन के समय नींद पूरी करने से दिमाग पर बुरा असर पड़ता है और इसके परिणामस्वरूप मस्तिष्क पर दबाव बढ़ता है, जिससे सिरदर्द की समस्या उत्पन्न होती है।
4. डिप्रेशन
जो लोग रात में कम और दिन में अधिक सोते हैं, उनमें डिप्रेशन की समस्या का खतरा बढ़ सकता है। अनियमित और अत्यधिक नींद से तनाव बढ़ता है, जिससे डिप्रेशन वाले हार्मोन रिलीज होते हैं। इसलिए मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए संतुलित नींद लेना जरूरी है।
5. हाइपरसोमनिया
हाइपरसोमनिया एक ऐसी नींद संबंधी समस्या है, जिसमें व्यक्ति बार-बार लंबे समय तक सोता है और दिन में भी झपकियां लेता है। यह समस्या ज्यादा शराब, तनाव और नशीले पदार्थों का सेवन करने वालों में अधिक पाई जाती है और यह महिलाओं में पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है।
सेहत के लिए कितनी नींद है सही?
विशेषज्ञों के अनुसार, 18 से 58 वर्ष के लोगों के लिए 7 से 8 घंटे की नींद आदर्श मानी जाती है। इससे कम उम्र के लोगों को 8-9 घंटे सोना चाहिए। इससे शरीर और दिमाग दोनों को आवश्यक आराम मिल सकेगा, जिससे आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ बने रहेंगे।