स्ट्रोक से बचना है तो अपनाएं ये टिप्स जानें कैसे 80% तक स्ट्रोक का खतरा हो सकता है कम

स्ट्रोक से बचना है तो अपनाएं ये टिप्स जानें कैसे 80% तक स्ट्रोक का खतरा हो सकता है कम

स्ट्रोक एक गंभीर मेडिकल इमरजेंसी है, जो तब होती है जब मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त प्रवाह रुक जाता है। ऐसा होने पर मस्तिष्क की कोशिकाओं को ऑक्सीजन नहीं मिलती और वे क्षतिग्रस्त होने लगती हैं। स्ट्रोक दुनियाभर में मृत्यु और विकलांगता के मुख्य कारणों में से एक है, खासकर युवा अमेरिकी आबादी में। शोधकर्ताओं का मानना है कि लाइफस्टाइल में बदलाव और सही आहार के जरिए स्ट्रोक के जोखिम को 80% तक कम किया जा सकता है।

स्ट्रोक का खतरा क्यों बढ़ रहा है?

अमेरिकी हार्ट इंस्टिट्यूट के अनुसार, खराब लाइफस्टाइल, खानपान में असंतुलन और धूम्रपान जैसे कारण स्ट्रोक के खतरे को बढ़ाते हैं। आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली में 18 से 44 साल के युवा खास तौर पर स्ट्रोक के प्रति संवेदनशील हो रहे हैं। रिसर्च बताती है कि हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर इस जोखिम को कम किया जा सकता है।

कैसे करें स्ट्रोक से बचाव? जानिए रिसर्च के अनुसार उपाय

1. मेडिटेरेनियन डाइट अपनाएं

मेडिटेरेनियन डाइट को स्ट्रोक से बचाव में सबसे प्रभावी माना गया है। इसमें साबुत अनाज, फल, सब्जियां, ऑलिव ऑयल और हेल्दी फैट्स जैसे तत्व शामिल होते हैं, जो हृदय को स्वस्थ रखते हैं और स्ट्रोक का खतरा घटाते हैं। इस डाइट में नमक की मात्रा भी कम होती है, जिससे ब्लड प्रेशर नियंत्रण में रहता है और मस्तिष्क को नुकसान पहुँचाने वाले फैक्टर्स से बचाव होता है।

2. नमक का सेवन करें कम

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि भोजन में अधिक नमक का सेवन रक्तचाप बढ़ाता है, जो स्ट्रोक का खतरा बढ़ाता है। सोडियम को नियंत्रित रखकर हम स्ट्रोक के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। इसलिए खाने में नमक की मात्रा कम रखना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।

READ
लिवर को सुरक्षित कैसे रखें - जानिए लिवर खराब होने के 5 मुख्य कारण और बचाव के उपाय

3. 150 मिनट की साप्ताहिक एक्सरसाइज

रिसर्च के अनुसार, हफ्ते में 150 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी स्ट्रोक के खतरे को कम करने में सहायक होती है। नियमित व्यायाम से न केवल वजन संतुलित रहता है बल्कि कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जो मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक है।

स्ट्रोक से बचने के लिए कुछ अन्य उपाय

  • धूम्रपान और शराब से बचें: धूम्रपान और अधिक शराब का सेवन रक्तचाप को बढ़ाता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
  • कोलेस्ट्रॉल स्तर पर ध्यान दें: खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने से मस्तिष्क तक रक्त का प्रवाह सही रहता है, जो स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।
  • वजन को नियंत्रित रखें: अधिक वजन से हृदय रोग का खतरा बढ़ता है, जिससे स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है।

स्ट्रोक के लक्षण – पहचानें और तुरंत मदद लें

स्ट्रोक के लक्षणों को समय पर पहचानकर आप गंभीर स्थिति से बच सकते हैं। स्ट्रोक के शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं:

  • तेज सिरदर्द: अचानक तेज सिरदर्द आना स्ट्रोक का संकेत हो सकता है।
  • चेहरा लटकना: चेहरे का एक हिस्सा ढीला या लटका हुआ दिखे।
  • धुंधला दिखना: आंखों में धुंधलापन या स्पष्टता में कमी महसूस होना।
  • होंठों का फड़कना: हंसने में होंठों का फड़कना और मांसपेशियों पर नियंत्रण में कमी।
  • निगलने में कठिनाई: खाने-पीने में कठिनाई होना भी स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।