पित्ताशय में पथरी यानी गॉलब्लैडर स्टोन एक आम समस्या बनती जा रही है, जो बेहद दर्दनाक और गंभीर भी हो सकती है। किडनी स्टोन्स की तरह ही, पित्ताशय में पथरी का निर्माण भी शरीर में कोलेस्ट्रॉल या अन्य ठोस पदार्थों के जमने से होता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि खानपान की गलतियों के कारण यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे पित्ताशय में पथरी के कारण, इसके संकेत, और किन खाने-पीने की चीज़ों से बचकर इस समस्या से बचा जा सकता है।
गॉलब्लैडर स्टोन्स क्या होते हैं?
गॉलब्लैडर स्टोन्स पित्ताशय में बनने वाले ठोस पदार्थ हैं, जो कोलेस्ट्रॉल या पित्त के तत्वों से बनते हैं। शरीर में कोलेस्ट्रॉल और फैट युक्त खाद्य पदार्थों की अधिकता के कारण ये ठोस जमाव गॉलब्लैडर में पथरी का रूप ले लेते हैं। यह पथरी पाचन तंत्र में दर्द और सूजन का कारण बन सकती है और इसे अक्सर सर्जरी द्वारा ही हटाया जाता है।
पित्ताशय में पथरी के संकेत
- पेट में तेज दर्द: पित्ताशय की पथरी पेट के ऊपरी दाहिने हिस्से में तेज दर्द का कारण बन सकती है।
- उल्टी और मतली: गॉलब्लैडर स्टोन के कारण पाचन प्रक्रिया प्रभावित होती है, जिससे मतली या उल्टी की समस्या हो सकती है।
- बुखार और पीलिया: अगर पथरी के कारण पित्ताशय में संक्रमण हो जाए, तो बुखार और पीलिया जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- मल का रंग सफेद होना: पित्ताशय में रुकावट के कारण पित्त नली में प्रवाहित होने में समस्या हो सकती है, जिससे मल का रंग सफेद हो जाता है।
इन 5 अनहेल्दी फूड्स से बनाएं दूरी
1. तला हुआ खाना
ज्यादा तले हुए और फैट युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे समोसे, पकौड़े, और अन्य फ्राइड फूड्स का सेवन गॉलब्लैडर में पथरी बनने का खतरा बढ़ा देता है। तले हुए खाद्य पदार्थ पित्ताशय में कोलेस्ट्रॉल का जमाव बढ़ाते हैं, जिससे पथरी का निर्माण होता है।
2. मैदे से बनी चीज़ें
मैदे से बनी चीज़ों में ट्रांस फैट्स और रिफाइंड कार्ब्स होते हैं, जो पित्ताशय में ठोस जमाव बनने की प्रक्रिया को तेज कर सकते हैं। ब्रेड, पिज्जा, और बिस्कुट जैसे मैदे से बने खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन पित्ताशय के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
3. शराब का अधिक सेवन
शराब का अत्यधिक सेवन पित्ताशय को सिकुड़ने का कारण बन सकता है, जिससे पित्त के प्रवाह में रुकावट होती है। इससे गॉलब्लैडर में स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है और साथ ही पित्ताशय के कैंसर का खतरा भी हो सकता है।
4. शुगर प्रोडक्ट्स
अधिक शुगर युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे केक, पेस्ट्री, और कोल्ड ड्रिंक गॉलब्लैडर में स्टोन बनने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। यह खाद्य पदार्थ शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाते हैं, जो पित्ताशय में पथरी का मुख्य कारण बन सकता है।
5. डिब्बाबंद फूड्स
आजकल डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। इनमें प्रेज़र्वेटिव्स और सोडियम की मात्रा अधिक होती है, जो पित्ताशय में स्टोन बनने की संभावना को बढ़ाते हैं। इसलिए, अधिकतर डिब्बाबंद और इंस्टेंट फूड्स से परहेज करना चाहिए।
गॉलब्लैडर स्टोन्स से बचाव के उपाय
- हेल्दी डाइट: कम फैट और कम शुगर वाली डाइट का पालन करें, जैसे कि हरी सब्जियां, साबुत अनाज, और फाइबर युक्त भोजन।
- व्यायाम: नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से पाचन तंत्र और गॉलब्लैडर की कार्यप्रणाली बेहतर बनी रहती है।
- पानी पिएं: पानी की उचित मात्रा शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालती है और पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखती है।