डायबिटीज, जिसे हम आमतौर पर शुगर के नाम से जानते हैं, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। यह बीमारी न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही है, और इसके मरीजों की संख्या में निरंतर इजाफा हो रहा है। डायबिटीज से छुटकारा पाना संभव नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रित करने के लिए कुछ सरल उपाय और आदतें अपनाई जा सकती हैं। हाल ही में, अमेरिकी शोधकर्ताओं ने डायबिटीज को रिवर्स करने के लिए एक प्रभावी डाइट की खोज की है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि कैसे आप अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव कर के टाइप-2 डायबिटीज के जोखिम को कम कर सकते हैं।
डायबिटीज को रिवर्स करने का क्या मतलब है?
डायबिटीज को रिवर्स करने का अर्थ है शुगर के स्तर को नेचुरल तरीके से कम करना। इसे सरल शब्दों में कहें तो डायबिटीज को उल्टा करना कहते हैं। इसके लिए आपको अपने खान-पान और रोजमर्रा की आदतों में कुछ जरूरी बदलाव करने होंगे। शोध में पाया गया है कि यदि आप 12 हफ्तों तक इस विशेष डाइट का पालन करते हैं, तो आप शुगर को नियंत्रित करने में सफल हो सकते हैं।
क्या शामिल करें इस डाइट में?
- कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करें
डाइट में कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है। रिसर्च के अनुसार, सुबह के नाश्ते में कार्बोहाइड्रेट की जगह प्रोटीन का सेवन करने से इंसुलिन का स्तर संतुलित रहता है। इससे न केवल आपकी शुगर का स्तर कम होगा, बल्कि आप कुछ ही दिनों में डायबिटीज की दवाओं से भी परहेज कर पाएंगे। - कैलोरी की मात्रा घटाएं
खाने में कैलोरी की मात्रा को कम करने से भी डायबिटीज को नियंत्रित किया जा सकता है। रिसर्च बताती है कि कैलोरी कम करने से मोटापा घटता है, जो डायबिटीज का एक बड़ा कारण है। उच्च कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ, जैसे मीठी चीजें, से दूरी बनाना फायदेमंद होगा। - नियमित व्यायाम करें
नियमित रूप से व्यायाम करना भी डायबिटीज को रिवर्स करने में सहायक होता है। आपको हर सप्ताह लगभग 2.5 घंटे का व्यायाम करने का लक्ष्य रखना चाहिए। यह न केवल वजन कम करने में मदद करता है, बल्कि आपके ब्लड सर्कुलेशन को भी सुधारता है। - फलों और सब्जियों को शामिल करें
अपने खाने में ताजे फल और सब्जियां शामिल करें। ये न केवल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, बल्कि इनका सेवन डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी मदद करता है। - धूम्रपान और शराब से बचें
धूम्रपान और शराब का सेवन डायबिटीज के लक्षणों को बढ़ा सकता है। इसलिए, इनसे दूर रहना ही बेहतर है। - स्ट्रेस-फ्री रहने की कोशिश करें
मानसिक तनाव भी डायबिटीज को बढ़ा सकता है। नियमित ध्यान, योग और अन्य स्ट्रेस-रिलीफ गतिविधियों का पालन करें।