पार्सल स्कैम से रहें सतर्क साइबर फ्रॉड के बढ़ते खतरे से कैसे बचें?

पार्सल स्कैम से रहें सतर्क साइबर फ्रॉड के बढ़ते खतरे से कैसे बचें?

हाल के वर्षों में साइबर फ्रॉड के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है, और स्कैमर्स लोगों को धोखा देने के लिए नए-नए तरीके अपनाते जा रहे हैं। इनमें से एक नया तरीका पार्सल स्कैम है, जिसमें स्कैमर्स आपके नाम पर पार्सल बुक होने और उसमें अवैध सामान होने की बात कहकर आपको फंसाने की कोशिश करते हैं। इस स्कैम के जरिए आपकी पर्सनल और फाइनेंशियल जानकारी चुराई जा सकती है।

हाल ही में ICICI बैंक ने अपने ग्राहकों को इस स्कैम के बारे में चेताया है, ताकि लोग इस तरह के फ्रॉड से सावधान रह सकें। आइए, जानते हैं कि यह स्कैम कैसे काम करता है और आप इससे कैसे बच सकते हैं।

पार्सल स्कैम कैसे काम करता है?

इस स्कैम में, स्कैमर्स आपको फोन करके यह दावा करते हैं कि आपके नाम पर एक कूरियर या पार्सल बुक हुआ है, जिसमें गैर-कानूनी सामान जैसे ड्रग्स मिले हैं। वे खुद को कस्टम डिपार्टमेंट या पुलिस बताकर आपको डराने की कोशिश करते हैं। इसके बाद वे आपसे बैंक डिटेल्स, क्रेडिट कार्ड जानकारी, आधार कार्ड या पैन कार्ड जैसी संवेदनशील जानकारी मांगते हैं।

इसके अलावा, स्कैमर्स आपको धमकाते हैं कि आपको “डिजिटली अरेस्ट” किया गया है और स्थिति से बचने के लिए वे आपको फेक आरबीआई अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने का निर्देश देते हैं। इसका मकसद आपकी पर्सनल और फाइनेंशियल जानकारी चुराना होता है।

ऐसे साइबर फ्रॉड से कैसे बचें?

1. पर्सनल जानकारी न दें

स्कैमर्स अक्सर आपकी पर्सनल और बैंकिंग जानकारी वेरीफाई करने की कोशिश करेंगे। हमेशा ध्यान रखें कि आप किसी को भी फोन पर अपनी पर्सनल जानकारी, बैंक डिटेल्स, या आधार-पैन कार्ड की डिटेल्स शेयर न करें।

READ
Amazon Great Indian Festival Sale 2024 OnePlus 12R पर अद्भुत डील का मौका!

2. सावधानी से प्रतिक्रिया दें

अगर आपको कोई संदिग्ध कॉल या मैसेज मिलता है, तो बिना घबराए ठंडे दिमाग से काम लें। किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से पहले कॉल की सत्यता को परखें और सुनिश्चित करें कि आप सही जानकारी पर भरोसा कर रहे हैं।

3. कूरियर स्कैम के कॉल्स को इग्नोर करें

अगर आपने हाल ही में कोई पार्सल या कूरियर नहीं भेजा है और आपको इस तरह की कॉल आती है, तो डरें नहीं। ऐसे मामलों में घबराने की बजाय ठंडे दिमाग से सोचें और तुरंत किसी प्रकार की कार्रवाई करने से बचें।

4. कॉल को रिकॉर्ड करें

अगर आपको शक हो रहा है कि कोई कॉल स्कैम हो सकता है, तो उसे रिकॉर्ड कर लें। यह आपके लिए बाद में शिकायत दर्ज करने में सहायक हो सकता है।

5. शिकायत दर्ज करें

अगर आपको कोई भी संदेहास्पद कॉल या मैसेज मिलता है, तो उसे नजरअंदाज न करें। तुरंत इसकी शिकायत पुलिस या साइबर क्राइम विभाग से करें। आप इसे नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर रिपोर्ट कर सकते हैं या फिर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं।