हाल ही में प्रकाशित शोध के अनुसार, प्लास्टिक, कागज, और कार्डबोर्ड जैसी खाद्य पैकेजिंग सामग्री में लगभग 200 संभावित स्तन कैंसरकारी रसायनों की पहचान की गई है। यह चिंताजनक अध्ययन ‘फ्रंटियर्स इन टॉक्सिकोलॉजी’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है, जो हर व्यक्ति को इन खतरनाक तत्वों के प्रति सचेत करता है और उनसे बचने के उपायों पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल देता है।
200 खतरनाक रसायनों का खुलासा: रोजमर्रा की पैकेजिंग में कैंसर का खतरा
अध्ययन में यह पाया गया है कि खाद्य संपर्क सामग्री, जैसे कि प्लास्टिक और कागज, में कैंसरकारी रसायन होते हैं। शोधकर्ताओं ने 200 संभावित स्तन कार्सिनोजेन्स की पहचान की, जिनमें से 143 प्लास्टिक और 89 कागज या कार्डबोर्ड में पाए गए हैं। इसका मतलब है कि हम लगातार इन खतरनाक तत्वों के संपर्क में आ रहे हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं।
प्लास्टिक: सबसे बड़ा खतरा
शोध के अनुसार, प्लास्टिक से बने खाद्य पैकेजिंग में सबसे अधिक खतरनाक रसायन पाए जाते हैं। अध्ययन में 76 संदिग्ध स्तन कैंसरकारी तत्वों की पहचान की गई, जिनमें से 61 तत्व (लगभग 80%) प्लास्टिक से जुड़े थे। यह स्पष्ट करता है कि प्लास्टिक आधारित पैकेजिंग का उपयोग हमारे स्तन कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकता है।
यूरोप और अमेरिका में भी समान खतरा
इस अध्ययन ने यह भी दिखाया कि यूरोपीय संघ और अमेरिका जैसे अत्यधिक विनियमित क्षेत्रों में भी इन खतरनाक रसायनों से बचना आसान नहीं है। यहां तक कि कठोर नियमों के बावजूद, खाद्य पैकेजिंग से जुड़े स्तन कैंसरकारी तत्वों के संपर्क में आने का जोखिम लगातार बना हुआ है।
रोकथाम की आवश्यकता: समय रहते उठाएं कदम
फूड पैकेजिंग फोरम की प्रबंध निदेशक और सह-लेखिका जेन मुनके का कहना है कि इस अध्ययन से यह साबित होता है कि इन खतरनाक रसायनों से बचने के लिए अब भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। इन रसायनों से बचाव का प्रयास हमारी रोजमर्रा की जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए, ताकि हम इस गंभीर बीमारी से बच सकें।
स्तन कैंसर: एक वैश्विक संकट
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, 2022 में 2.3 मिलियन महिलाओं को स्तन कैंसर का पता चला, और इससे 670,000 मौतें हुईं। स्तन कैंसर दुनिया भर में दूसरा सबसे आम कैंसर है और महिलाओं में यह तेजी से फैल रहा है।
खाद्य पैकेजिंग और कैंसर के बीच गहरी कड़ी
शोधकर्ताओं का मानना है कि खाद्य पैकेजिंग में पाए गए कैंसरकारी रसायनों के संपर्क से पूरी दुनिया की आबादी प्रभावित हो रही है। इससे यह स्पष्ट होता है कि हमें खाद्य पैकेजिंग के इस्तेमाल के तरीकों में व्यापक बदलाव करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचा जा सके।
समाधान: खाद्य पैकेजिंग में सुधार
शोधकर्ताओं का सुझाव है कि सरकारों और उद्योगों को मिलकर ऐसे रसायनों की पहचान कर उन्हें नियंत्रित करने के लिए सख्त नियम लागू करने चाहिए। खाद्य पैकेजिंग में इस्तेमाल होने वाली सामग्री की कठोर निगरानी और कैंसरकारी तत्वों को कम करने के उपायों से इस गंभीर समस्या से निपटा जा सकता है।
निष्कर्ष
इस शोध से यह स्पष्ट है कि खाद्य पैकेजिंग के माध्यम से हम जिन खतरनाक रसायनों के संपर्क में आ रहे हैं, वे हमारे स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं। स्तन कैंसर जैसे गंभीर रोगों से बचने के लिए, न केवल उद्योगों को बल्कि उपभोक्ताओं को भी पैकेजिंग में सुधार की आवश्यकता को समझना होगा और सुरक्षित विकल्पों की ओर बढ़ना होगा।