इन्फोसिस ने हायरिंग प्रोसेस में किया बड़ा बदलाव, अब ईमेल पर नहीं भेजे जाएंगे जॉब ऑफर लेटर!

इन्फोसिस ने हायरिंग प्रोसेस में किया बड़ा बदलाव, अब ईमेल पर नहीं भेजे जाएंगे जॉब ऑफर लेटर!

नई दिल्ली। आईटी कंपनी इन्फोसिस ने अपने हायरिंग प्रोसेस में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब नए ग्रेजुएट्स और लैटरल हायरिंग कैंडिडेट्स को जॉब ऑफर लेटर ईमेल के जरिए नहीं भेजा जाएगा। इस नई प्रक्रिया के तहत, कैंडिडेट्स को अपनी जॉब ऐप्लिकेशन के डिटेल्स को देखने के लिए इन्फोसिस के इंटरनल सिस्टम में लॉग इन करना होगा।

नए बदलाव के पीछे का कारण

इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य फेक रिक्रूटमेंट प्रैक्टिस पर रोक लगाना और कैंडिडेट्स के लिए ओवरऑल हायरिंग प्रोसेस के अनुभव को बेहतर बनाना है। इस तरह की प्रक्रियाओं के जरिए कैंडिडेट्स को स्कैम्स से बचाने की कोशिश की जा रही है, जो खासकर नए ग्रेजुएट्स के लिए महत्वपूर्ण है।

पेपरलेस पहल

इसके अलावा, यह कदम इन्फोसिस की पेपरलेस होने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। डिजिटलाइजेशन के इस युग में, कंपनी ने अपने हायरिंग प्रोसेस को और अधिक प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।

कैंडिडेट्स के लिए क्या मतलब है?

कैंडिडेट्स के लिए यह प्रक्रिया कुछ बदलाव ला सकती है। अब उन्हें अपने ऑफर लेटर और अन्य जानकारी के लिए इन्फोसिस के इंटरनल सिस्टम पर निर्भर रहना होगा, जिससे वे अधिक सुरक्षित और विश्वसनीय तरीके से जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

निष्कर्ष

इन्फोसिस का यह नया कदम न केवल कैंडिडेट्स की सुरक्षा के लिए है, बल्कि यह कंपनी की तकनीकी प्रगति और जिम्मेदारी को भी दर्शाता है। ऐसे में, अगर आप इन्फोसिस में जॉब के लिए आवेदन करने की सोच रहे हैं, तो इस नई प्रक्रिया के अनुसार तैयार रहें। यह बदलाव न सिर्फ आपकी सुरक्षा को बढ़ाएगा, बल्कि आपको एक बेहतर और स्मार्ट हायरिंग अनुभव भी प्रदान करेगा।

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