देशवासियों के दिलों में हमेशा अमिट छाप छोड़ने वाले महान उद्योगपति रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी विरासत और योगदान हमेशा जीवंत रहेंगे। 86 साल की उम्र में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली। टाटा मोटर्स को भारतीय कार बाजार के शीर्ष पर पहुंचाने में उनका अमूल्य योगदान रहा। आज टाटा मोटर्स की कारें सुरक्षा और गुणवत्ता के मामले में सबसे आगे हैं, और इसका श्रेय रतन टाटा के दूरदर्शी नेतृत्व को जाता है।
रतन टाटा का सपना था कि भारतीयों के पास सुरक्षित, सस्ती और मजबूत कारें हों। यही वजह है कि टाटा मोटर्स की कारें आज भारतीय बाजार में सबसे सुरक्षित मानी जाती हैं, और कंपनी ने 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग हासिल कर कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। आइए जानते हैं कि रतन टाटा के कार कलेक्शन में कौन-कौन सी कारें थीं और उनकी किन कारों से खास लगाव था।
रतन टाटा के गैराज की बेहतरीन कारें
रतन टाटा एक कार प्रेमी थे और उनके गैराज में दुनिया की कुछ बेहतरीन कारें शामिल थीं। उनके पास लक्जरी से लेकर स्वदेशी कारों का अद्भुत कलेक्शन था। आइए नजर डालते हैं उनके गैराज में मौजूद कुछ प्रमुख कारों पर:
- Tata Nano
- Tata Indica
- Cadillac XLR
- Honda Civic
- Land Rover Freelander
- Mercedes-Benz SL500
- Maserati Quattroporte
दो खास कारें जो रतन टाटा के दिल के करीब रहीं
रतन टाटा के कार कलेक्शन में भले ही कई शानदार और महंगी कारें थीं, लेकिन दो ऐसी कारें थीं जो उनके दिल के सबसे करीब थीं: टाटा नैनो और टाटा इंडिका।
1. Tata Nano: एक ड्रीम प्रोजेक्ट
रतन टाटा के दिल की धड़कन, टाटा नैनो, उनका सबसे बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट था। उन्होंने इसे इस तरह से डिज़ाइन किया था कि यह हर आम भारतीय का कार खरीदने का सपना साकार कर सके। नैनो की कीमत केवल एक लाख रुपये रखी गई थी, ताकि टू-व्हीलर से कार का सफर तय करने वालों के लिए यह किसी वरदान से कम न हो। हालांकि, नैनो का सफर बहुत लंबा नहीं चला, लेकिन इसने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में अपनी जगह बनाई और रतन टाटा के नाम को और भी ऊंचा किया।
2. Tata Indica: भारत की पहली स्वदेशी कार
टाटा इंडिका भी रतन टाटा के दिल के बेहद करीब रही। 1998 में लॉन्च हुई यह कार भारत की पहली स्वदेशी कार थी, जिसे बिना किसी विदेशी सहयोग के टाटा मोटर्स ने बनाया था। इंडिका ने न केवल टाटा मोटर्स को पहचान दिलाई, बल्कि यह कंपनी की सबसे सफल कारों में से एक बनी। इंडिका की मजबूत बनावट और शानदार परफॉर्मेंस ने इसे भारतीय बाजार में एक बड़ा हिट बना दिया।
रतन टाटा की अन्य पसंदीदा कारें
रतन टाटा का लगाव सिर्फ टाटा की कारों तक सीमित नहीं था। उन्होंने एक समय पर Honda Civic भी चलाई थी, लेकिन बाद में उन्होंने टाटा की ही इलेक्ट्रिक कार Nexon EV से सफर करना शुरू किया। यह उनके स्वदेशी उद्योग को बढ़ावा देने और पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
टाटा मोटर्स का इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट में दबदबा
आज टाटा मोटर्स भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली इलेक्ट्रिक वाहनों की निर्माता कंपनी है। उनकी EV सीरीज ने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में एक नई क्रांति ला दी है। टाटा मोटर्स ने अपने इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट को हर आय वर्ग के ग्राहकों तक पहुंचाने की योजना बनाई है, जिसमें बजट सेगमेंट के लिए भी कई मॉडल शामिल हैं।
आने वाले मॉडल्स और भविष्य की योजनाएं
रतन टाटा के सपनों को साकार करते हुए, टाटा मोटर्स अगले साल होने वाले ऑटो एक्सपो में कई नए और अत्याधुनिक मॉडल पेश करने की योजना बना रही है। इन मॉडलों से भारतीय कार बाजार में टाटा की पकड़ और मजबूत होने की उम्मीद है।
निष्कर्ष: रतन टाटा की विरासत हमेशा रहेगी अमर
रतन टाटा ने भारतीय उद्योग जगत को एक नई दिशा दी और टाटा मोटर्स को बुलंदियों तक पहुंचाया। उनकी दूरदर्शिता और देश के प्रति उनका असीम प्रेम ही था जिसने भारतीयों के लिए किफायती और सुरक्षित कारों को संभव बनाया। उनके पास भले ही लक्जरी कारों का शानदार कलेक्शन रहा हो, लेकिन टाटा नैनो और टाटा इंडिका जैसी स्वदेशी कारें उनके दिल के सबसे करीब रहीं। आज भी, टाटा मोटर्स उनकी विरासत को आगे बढ़ाते हुए नई ऊंचाइयों को छू रही है।
रतन टाटा का जीवन और उनके द्वारा किए गए कार्य हमेशा हमें प्रेरित करते रहेंगे।