सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL (भारत संचार निगम लिमिटेड) को फिर से मजबूत करने के लिए सरकार की ओर से बड़े कदम उठाए जा रहे हैं। BSNL, जो कभी भारत के टेलीकॉम सेक्टर में एक अहम भूमिका निभाती थी, अब धीरे-धीरे अपने खोए हुए बाजार को वापस पाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, कंपनी की खराब नेटवर्क सेवा और लो-क्वालिटी इंटरनेट स्पीड के कारण ग्राहक लगातार इसका साथ छोड़ रहे हैं, और जियो और एयरटेल जैसी प्राइवेट कंपनियों का रुख कर रहे हैं।
BSNL नेटवर्क सुधार की दिशा में बड़ा कदम
हाल ही में, संसदीय समिति में BSNL के खराब नेटवर्क और इसकी घटती लोकप्रियता पर चर्चा की गई। इस चर्चा का नेतृत्व भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने किया। बैठक में, कई सांसदों ने बीएसएनएल की सेवाओं को लेकर अपनी असंतुष्टि जताई। सांसदों ने यह भी कहा कि खुद उनके BSNL नेटवर्क पर कॉलिंग और इंटरनेट का इस्तेमाल करना मुश्किल होता है। इस स्थिति को देखते हुए, BSNL के अधिकारियों ने वादा किया है कि अगले 6 महीनों में नेटवर्क में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
एक लाख नए मोबाइल टॉवर से मिलेगा हाई स्पीड 4G
BSNL के अधिकारियों ने बताया कि अगले 6 महीनों में करीब 1 लाख नए मोबाइल टॉवर स्थापित किए जाएंगे, जिनसे हाई स्पीड 4G सेवाएं प्रदान की जाएंगी। कंपनी ने अब तक 24,000 मोबाइल टॉवर पहले ही स्थापित कर दिए हैं। इन टॉवरों के जरिए ग्राहकों को बेहतर इंटरनेट स्पीड और कॉलिंग सेवा मिलेगी। साथ ही, आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत स्वदेशी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसका असर जल्द ही दिखने लगेगा।
बेहतर होगा BSNL का 4G और 5G नेटवर्क
BSNL के अधिकारी यह भी बता रहे हैं कि कंपनी न सिर्फ 4G नेटवर्क बल्कि 5G सेवाओं में भी तेजी से सुधार करने जा रही है। इस प्रयास में टेलीकॉम सेक्रेटरी नीरज मित्तल और BSNL के CMD महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। यह सुधार BSNL को जियो और एयरटेल जैसी बड़ी कंपनियों के साथ सीधी टक्कर में खड़ा करेगा।
सांसदों की चिंता: BSNL की घटती बाजार हिस्सेदारी
बैठक में, सांसदों ने चिंता जाहिर की कि BSNL, जो कभी टेलीकॉम सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक थी, अब सिर्फ 7% बाजार हिस्सेदारी पर सिमट गई है। इसके उलट, प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां जैसे जियो और एयरटेल तेजी से आगे बढ़ रही हैं। सांसदों ने कहा कि प्राइवेट मोबाइल कनेक्शन अब ग्राहकों की पहली पसंद बन गए हैं, क्योंकि BSNL की सेवाएं उतनी प्रभावी नहीं रह गई हैं।
अगले 6 महीने में होगा बड़ा सुधार
BSNL के अधिकारियों ने समिति के सामने 6 महीने का वक्त मांगा है, जिसमें कंपनी करीब 54,000 और 4G मोबाइल टॉवर स्थापित करने की योजना बना रही है। इन टॉवर्स के लगने के बाद, BSNL की 4G सेवा में बड़ा सुधार होगा, जिससे देशभर के ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी। इसके साथ ही, 5G सेवा के विस्तार में भी यह मददगार साबित होगा।
निष्कर्ष: क्या BSNL फिर से बन पाएगा टेलीकॉम दिग्गज?
सरकार और BSNL के अधिकारियों की ओर से किए जा रहे ये प्रयास यह दर्शाते हैं कि BSNL अपने ग्राहकों को वापस पाने और जियो और एयरटेल जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर देने के लिए पूरी तरह तैयार है। अगर कंपनी अगले 6 महीनों में अपने नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में सफल हो जाती है, तो यह एक बड़ा बदलाव होगा और BSNL फिर से भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में अपनी जगह बना सकता है।
तो इंतजार कीजिए अगले 6 महीने का, क्योंकि BSNL तैयार है अपने नेटवर्क को पूरी तरह से बदलने और आपको बेहतरीन सेवाएं देने के लिए!
नोट: BSNL के इस अपग्रेड को नजरअंदाज करना मुश्किल होगा, खासकर जब यह 4G और 5G सेवाओं के विस्तार की ओर बढ़ रहा है। अगर BSNL अपने वादों पर खरा उतरता है, तो यह निश्चित रूप से भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में एक बार फिर से मजबूत दावेदारी पेश करेगा।