सर्दी के मौसम के आगमन के साथ ही वायरल बुखार और डेंगू जैसी बीमारियों की घटनाएं बढ़ने लगी हैं। इन दोनों बीमारियों में लक्षणों की समानता के कारण लोग अक्सर इनका सही से पहचान नहीं कर पाते, जो उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। इस लेख में, हम वायरल बुखार और डेंगू के बीच के अंतर, उनके लक्षण, पहचान और बचाव के तरीके पर चर्चा करेंगे।
वायरल बुखार के लक्षण
वायरल बुखार के दौरान शरीर में निम्नलिखित लक्षण देखे जा सकते हैं:
- बुखार: वायरल बुखार में बुखार चढ़ता-उतरता रहता है, जिसमें कभी सर्दी और कभी गर्मी का एहसास होता है।
- सिरदर्द: सिर में तेज दर्द और दबाव महसूस हो सकता है।
- शरीर में दर्द: हाथों-पैरों और पूरे शरीर में दर्द और थकान महसूस होती है।
- गले में दर्द: गले में खराश के साथ खांसी और जुकाम की समस्या हो सकती है।
- पेट में गड़बड़ी: पेट खराब या पेशाब का रंग बदलने की समस्या हो सकती है।
- कमजोरी: शरीर में कमजोरी और मानसिक थकान महसूस हो सकती है।
डेंगू के लक्षण
डेंगू बुखार के लक्षण आमतौर पर अधिक गंभीर होते हैं:
- तेज बुखार: डेंगू में बुखार आमतौर पर 102°F (39°C) से ऊपर होता है।
- सिरदर्द: अत्यधिक सिरदर्द और मांसपेशियों और जोड़ों में तेज दर्द होता है।
- उल्टी-मतली: उल्टी और मतली की समस्या हो सकती है, जिससे खाना-पीना कठिन हो जाता है।
- खून का निकास: शौच या उल्टी के दौरान खून आ सकता है।
- प्लेटलेट काउंट में कमी: प्लेटलेट काउंट गिरने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
- खांसी-जुकाम नहीं: डेंगू के लक्षणों में खांसी या जुकाम शामिल नहीं होता।
वायरल बुखार से बचाव के तरीके
वायरल बुखार से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियों का पालन करें:
- भीड़-भाड़ से बचें: ज्यादा भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
- संक्रमित व्यक्तियों से दूरी: संक्रमित लोगों से दूरी बनाकर रखें।
- हाथ की सफाई: समय-समय पर अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं।
- फेस मास्क: चेहरे को ढकने के लिए फेस मास्क का उपयोग करें।
- ठंडी चीजों से बचें: ठंडी चीजों का सेवन करने से बचें।
डेंगू से बचाव के तरीके
डेंगू से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियों का पालन करें:
- पूर्ण कपड़े पहनें: शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनें।
- पानी जमा न होने दें: घर और आस-पास के क्षेत्रों में पानी जमा न होने दें।
- मच्छरदानी का उपयोग: मच्छरदानी का इस्तेमाल करें और मच्छर मारने वाली दवाओं का प्रयोग करें।
- हाइड्रेशन का ध्यान रखें: नारियल पानी, अनार का जूस आदि का सेवन करें ताकि शरीर में पानी और खून की कमी न हो।