आजकल महिलाएं बिना डॉक्टर की सलाह लिए घर पर ही अबॉर्शन करवाने का जोखिम उठा रही हैं, जिससे उनकी जान पर बन आती है। हाल ही में महाराष्ट्र से ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने घर पर ही डॉक्टर बुलाकर अबॉर्शन करवा लिया, लेकिन इस गलत कदम ने उसकी जान ले ली। इस दर्दनाक घटना ने गर्भपात के खतरों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घर पर अबॉर्शन: जानलेवा जोखिम
घरों पर किए जाने वाले अबॉर्शन, चाहे पिल्स द्वारा हो या अवैध रूप से डॉक्टर की सहायता से, महिलाओं की जिंदगी को बड़े खतरे में डाल सकते हैं। सर्जरी के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव के कारण महाराष्ट्र की महिला की जान चली गई, यह दर्शाता है कि घर पर अबॉर्शन करना कितना खतरनाक हो सकता है। यह पूरी तरह से अवैध और खतरनाक है।
क्या घर पर अबॉर्शन करना सुरक्षित है?
नहीं, घर पर अबॉर्शन करवाना कभी सुरक्षित नहीं होता। भारत में अबॉर्शन को लेकर कानून बेहद स्पष्ट हैं—सिर्फ चिकित्सीय स्थिति में और विशेषज्ञ डॉक्टर की देखरेख में ही इसे किया जा सकता है। अबॉर्शन 20 से 24 सप्ताह के भीतर ही किया जा सकता है, वह भी मेडिकल कंडीशन्स को ध्यान में रखते हुए। बिना डॉक्टर की सलाह से की गई कोई भी कोशिश जानलेवा साबित हो सकती है।
अबॉर्शन के खतरनाक साइड इफेक्ट्स
गर्भपात से जुड़े कई साइड इफेक्ट्स होते हैं, खासकर अगर यह घर पर और बिना डॉक्टरी निगरानी के किया गया हो। आइए जानते हैं इन खतरों के बारे में:
- फर्टिलिटी पर असर: अबॉर्शन की गोलियां भविष्य में महिला की प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी) को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे दोबारा गर्भधारण में समस्याएं आ सकती हैं।
- पैल्विक पेन: सर्जिकल अबॉर्शन के बाद पैल्विक एरिया में गंभीर दर्द हो सकता है और गर्भाशय को भी नुकसान हो सकता है।
- अत्यधिक रक्तस्राव: कुछ महिलाओं के शरीर से इतना अधिक खून बह जाता है कि वे बेहद कमजोर हो जाती हैं और यह जानलेवा साबित हो सकता है।
- बैक्टीरियल इंफेक्शन: गलत तरीके से किए गए गर्भपात से बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा रहता है, जो महिला की जान के लिए खतरा बन सकता है।
- गर्भाशय में छेद: कुछ मामलों में गर्भाशय में छेद या उसकी दीवारों पर खरोचें आ सकती हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती हैं।
- ब्रेस्ट कैंसर का खतरा: कुछ शोध रिपोर्ट्स के अनुसार, बार-बार गर्भपात कराने से ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बढ़ सकती है।
अबॉर्शन से पहले और बाद में ध्यान रखने वाली बातें
- डॉक्टरी सलाह लें: खुद से अबॉर्शन करने की बजाय हमेशा किसी योग्य डॉक्टर से परामर्श लें।
- दवाओं की जानकारी दें: अगर आप किसी तरह की दवाएं ले रही हैं, तो डॉक्टर को इसके बारे में जरूर बताएं।
- भोजन से बचें: अबॉर्शन सर्जरी से 4-5 घंटे पहले तक कुछ न खाएं।
- अबॉर्शन के बाद देखभाल: सर्जरी के बाद हल्के कपड़े पहनें और हल्का भोजन करें।
- शारीरिक संबंध से परहेज: गर्भपात के बाद कम से कम एक हफ्ते तक शारीरिक संबंध से बचें।
- पर्याप्त आराम करें: अबॉर्शन के बाद शरीर को ठीक होने के लिए पर्याप्त आराम दें और डॉक्टर की सलाह का पालन करें।
निष्कर्ष: अबॉर्शन से जुड़े जोखिमों को गंभीरता से लें
घर पर या बिना विशेषज्ञ की देखरेख में अबॉर्शन करवाना महिलाओं के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। अतः अबॉर्शन से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है। सुरक्षित गर्भपात के लिए चिकित्सीय मार्गदर्शन और उचित देखभाल को प्राथमिकता दें, ताकि आपका स्वास्थ्य खतरे में न पड़े।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी मेडिकल निर्णय से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।