क्या योनि में खुजली वल्वर कैंसर का संकेत हो सकता है? जानें लक्षण, कारण, और बचाव के तरीकेकैंसर एक गंभीर बीमारी है, जो धीरे-धीरे महिलाओं में भी तेजी से अपने पैर पसार रही है। अक्टूबर को मेनोपॉज अवेयरनेस मंथ के रूप में मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को मेनोपॉज के दौरान और बाद में स्वास्थ्य का ध्यान रखना सिखाना है। महिलाओं में वल्वर कैंसर या योनि कैंसर एक खतरनाक बीमारी हो सकती है, लेकिन इसकी पहचान अक्सर देरी से होती है। डॉक्टर जो मैरी वीलियम्स, एक प्रसिद्ध हेल्थ एजुकेटर, ने एक लेख में बताया कि योनि क्षेत्र में लगातार खुजली कभी-कभी कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकती है।
वल्वर कैंसर के संकेत और लक्षण
योनि क्षेत्र में खुजली या जलन सामान्यतः संक्रमण या एलर्जी की वजह से होती है, लेकिन यदि यह खुजली लंबे समय तक बनी रहती है और दवाइयों का असर नहीं हो रहा है, तो यह वल्वर कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। वल्वर कैंसर के अन्य लक्षणों में शामिल हैं:
- असामान्य खुजली और जलन: सामान्य उपचारों से ठीक न होने वाली खुजली कैंसर की ओर इशारा कर सकती है।
- त्वचा में रंग या आकार में बदलाव: योनि क्षेत्र की त्वचा में गांठ या रंग में असामान्य बदलाव हो सकता है।
- दर्द और ब्लीडिंग: खासकर संभोग के दौरान ब्लीडिंग या असहजता महसूस होना योनि कैंसर का संकेत हो सकता है।
- ड्राइनेस और असामान्य डिसचार्ज: योनि का सूखापन और बार-बार डिसचार्ज होना भी एक चेतावनी हो सकती है।
योनि कैंसर से बचाव कैसे करें?
वल्वर और योनि कैंसर का शुरुआती पता लगाने से उपचार की संभावना बढ़ जाती है। कुछ सरल उपाय अपनाकर आप इस जोखिम को कम कर सकते हैं:
- HPV वैक्सीन लगवाएं: एचपीवी वायरस योनि कैंसर का एक मुख्य कारण है। एचपीवी वैक्सीन योनि कैंसर के जोखिम को कम करती है।
- सुरक्षित संबंध बनाएं: हमेशा कंडोम का उपयोग करें और किसी भी यौन संबंधी संक्रमण से बचने के उपाय करें।
- धूम्रपान से बचें: धूम्रपान कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है, इसलिए इसे बंद करना लाभकारी होगा।
- नियमित पैल्विक चेकअप कराएं: समय-समय पर पैल्विक टेस्ट कराना योनि और प्रजनन अंगों की स्थिति जानने में मदद करता है।
कब लें डॉक्टर की सलाह?
यदि योनि में खुजली, जलन, या कोई भी असामान्य लक्षण लंबे समय तक बना रहता है और दवाओं से ठीक नहीं होता है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। योनि में खुजली यीस्ट संक्रमण, बैक्टीरियल वेजिनोसिस, या एक्जिमा जैसी स्थितियों की वजह से भी हो सकती है, लेकिन यदि सामान्य दवाएं काम नहीं करतीं, तो यह कैंसर का संकेत हो सकता है।