कोविड-19 के बाद से दिल की बीमारियों में इज़ाफा देखा गया है, खासकर कम उम्र के लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी गंभीर समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण है बढ़ता तनाव, खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल। इन तीनों का मेल हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा देता है, जो दिल की बीमारियों का मुख्य कारण बनता है।
कोलेस्ट्रॉल क्या है और क्यों होता है खतरनाक?
कोलेस्ट्रॉल एक वसा की तरह चिपचिपा पदार्थ है, जो हमारी डाइट से हमारे शरीर में प्रवेश करता है। यह रक्तवाहिनियों (ब्लड वेसल्स) में जमा होने लगता है और ब्लड फ्लो को प्रभावित करता है। कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार का होता है:
- LDL (Low-Density Lipoprotein) कोलेस्ट्रॉल – जिसे “खराब” कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। इसकी उच्च मात्रा हृदय रोगों का खतरा बढ़ाती है।
- HDL (High-Density Lipoprotein) कोलेस्ट्रॉल – इसे “अच्छा” कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है, जो हृदय को सुरक्षा प्रदान करता है।
जब LDL कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है, तो यह रक्तवाहिनियों में जमकर एथेरोस्क्लेरोसिस नामक स्थिति पैदा कर देता है, जिससे दिल में खून का प्रवाह कम हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
LDL कोलेस्ट्रॉल का सामान्य और उच्च स्तर क्या है?
LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर | स्थिति |
---|---|
100 mg/dL से कम | सामान्य |
100-129 mg/dL | सामान्य से थोड़ा ऊँचा |
130-159 mg/dL | सामान्य से ज्यादा |
160-189 mg/dL | उच्च |
190 mg/dL से अधिक | बहुत अधिक |
LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण
- खराब डाइट: फास्ट फूड, हाई फैट मीट और प्रोसेस्ड फूड्स का अत्यधिक सेवन LDL कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा देता है। ये फूड्स सैचुरेटेड फैट से भरपूर होते हैं, जो आपके शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ाते हैं।
- बढ़ता वजन: शरीर का अधिक वजन LDL कोलेस्ट्रॉल के स्तर को प्रभावित करता है।
- दवाइयों का सेवन: कुछ दवाएं, जैसे ब्लड शुगर और HIV की दवाइयां, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकती हैं।
- क्रोनिक बीमारियां: हाई ब्लड शुगर और किडनी डिजीज जैसी बीमारियां LDL कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में मददगार होती हैं।
- उम्र और फैमिली हिस्ट्री: उम्र बढ़ने के साथ कोलेस्ट्रॉल का स्तर स्वाभाविक रूप से बढ़ सकता है, और अगर परिवार में यह समस्या पहले से है, तो यह जोखिम और बढ़ सकता है।
- नशीले पदार्थों का सेवन: तंबाकू और सिगरेट का सेवन LDL कोलेस्ट्रॉल को तेजी से बढ़ाता है।
LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर दिखाई देने वाले लक्षण
- स्किन में बदलाव: LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने पर स्किन की रंगत बदलने लगती है, खासकर पैरों और चेहरे पर।
- आंखों में पीले धब्बे: आंखों पर पीले धब्बे दिखाई देना और धुंधला दिखना कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का एक महत्वपूर्ण संकेत है।
- पैरों में ऐंठन: पैरों, कूल्हों और जांघों में ऐंठन की समस्या होने लगती है, खासकर रात में या चलने के दौरान।
- ज्यादा पसीना आना: शरीर से अत्यधिक पसीना आना भी हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों में से एक हो सकता है।
- सीने में दर्द: जब LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो यह ब्लड फ्लो को बाधित करता है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस होता है और सीने में दर्द महसूस होता है।
कैसे करें कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल?
- डाइट में बदलाव: कम सैचुरेटेड फैट और ज्यादा फाइबर वाली चीजें खाएं। हरी सब्जियां, फल, ओट्स और नट्स का सेवन बढ़ाएं।
- नियमित व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करना कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का सबसे अच्छा तरीका है।
- धूम्रपान और तंबाकू से दूरी: नशीले पदार्थों का सेवन तुरंत बंद करें।
- मेडिकल जांच: समय-समय पर कोलेस्ट्रॉल का परीक्षण करवाते रहें ताकि इसकी निगरानी हो सके।
निष्कर्ष: कोलेस्ट्रॉल को न करें नजरअंदाज
कोविड-19 के बाद दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा है, और कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर ने इसे और गंभीर बना दिया है। सही डाइट, एक्सरसाइज और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप न केवल अपने दिल को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी बेहतर बना सकते हैं। अगर आपको हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण नजर आते हैं, तो तुरंत मेडिकल सलाह लें और आवश्यक कदम उठाएं।
अपना दिल सुरक्षित रखें, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें।